स्वरोजगार से जुड़ने के लिए सबसे सरल भाषा है मातृभाषा



जनसंदेश न्यूज़
प्रयागराज। एडीए स्थित जन शिक्षण संस्थान प्रशिक्षण केन्द्र में अन्तर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस संगोष्ठी आयोजित हुई। मुख्य अतिथि जन शिक्षण संस्थान, प्रयागराज के निदेशक एके सिंह थे। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में बांग्ला भाषा के पक्ष में आंदोलन करने पर हुए शहीदों की स्मृति में संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा 22 फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस घोषित किया गया था। 
उन्होंने कहा कि भारत में 22 भाषाएं बोली जाती है लेकिन हिन्दी हमारी मातृभाषा है, जिसका प्रयोग समस्त सरकारी व गैर सरकारी विभागों में किया जाता है। हिन्दी भाषा, स्वरोजगार व रोजगार से जुड़ने में सबसे सरल भाषा है एवं इसका योगदान भी ऐतिहासिक है। सहायक कार्यक्रम अधिकारी मीरा देवी ने कहा कि सभी भारतवासियों को अपने समस्त आवश्यक कार्य हिन्दी में करके अपनी मातृभाषा को सपोर्ट करना चाहिए। 
संचालिका जूही सक्सेना ने कहा कि हिन्दी भाषा समस्त देशवासियों के हृदय में समाहित है, इसका सम्मान करना चाहिए। कौशल सक्सेना ने कहा कि आज अंग्रेजी माध्यम के बच्चों का हिन्दी में कमजोर होना चिन्ता का विषय है। जिसके लिए बच्चों को अंग्रेजी के साथ-साथ मातृभाषा हिन्दी के लिए प्रोत्साहित करना अत्यन्त आवश्यक है। कार्यक्रम का संचालन धीर सिंह यादव ने किया। इस अवसर पर भारी संख्या में क्षेत्रीय महिलाएं व प्रशिक्षु छात्राएं उपस्थित रहीं।


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