सोनाचांल के आंचल में मिला सोने का भंडार, 2012 में ही हुई थी पुष्टि, नीलामी के लिए टीम गठित
जनसंदेश न्यूज़
सोनभद्र। सोनभद्र की पहाड़ियों में सोने का एक बड़ा भंडार मिला है। इस तथ्य की पुष्टि हो चुकी है। भूतत्व एवं खनिज कर्म निदेशालय ने ई-ऑक्शन/नीलामी की प्रक्रिया के लिए कार्यवाही शुरू कर दी है और जल्द ही सोने के ब्लॉकों की नीलामी कर दी जाएगी।
बता दें कि वर्ष 2005 से ही यहां पर जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) की टीम ने अध्ययन करके सोनभद्र में सोना होने के बारे में बताया था और इस बात की पुष्टि भी 2012 में हुई कि सोनभद्र की पहाड़ियों में सोना मौजूद है। लेकिन इस दिशा में अब तक काम शुरू नहीं हुआ था, लेकिन अब प्रदेश सरकार ने तेजी दिखाते हुए सोने के ब्लॉक के आवंटन के संबंध में प्रक्रिया शुरू कर दी है।
बता दें कि सोनभद्र के कोन क्षेत्र के हरदी गांव में और महुली क्षेत्र के सोन पहाड़ी में सोने का एक बड़ा भंडार मिलने की पुष्टि हो चुकी है। हरदी क्षेत्र में 646.15 किलोग्राम सोने का भंडार है। वही सोन पहाड़ी में 2943.25 टन सोने का भंडार है। ई टेंडरिंग के माध्यम से ब्लॉकों के नीलामी के लिए शासन ने 7 सदस्यीय टीम भी गठित कर दी है। यह टीम पूरे क्षेत्र की जिओ टैगिंग करेगी और 22 फरवरी 2020 तक अपनी रिपोर्ट भूतत्व एवं खनिज कर्म निदेशालय लखनऊ को सौंप देगी।
इसके साथ-साथ सोनभद्र के फुलवार क्षेत्र में दो स्थानों पर तथा सलैयाडीह क्षेत्र में एडालुसाइट, पटवध क्षेत्र में पोटाश, भरहरी में लौह अयस्क और छपिया ब्लाक में सिलीमैनाइट के भंडार की भी खोज की गई है। इतना ही नही जिले के खनिज अधिकारी केके राय ने बताया कि सोनभद्र जिले में यूरेनियम का भी भंडार होने की संभावना है। जिसकी तलाश में केंद्रीय और अन्य टीम लगी हुई हैं।