सपा विधायक के भाई की हत्या में गिरफ्तार अभियुक्तों ने विधायक के छोटे भाई पर ही सुपारी देने का लगाया आरोप, जांच में जुटी पुलिस



जनसंदेश न्यूज़
सैदपुर/गाजीपुर। सपा विधायक सुभाष पासी के चचेरे भाई की हत्या में शामिल अपराधियों ने विधायक के छोटे भाई पूर्व ब्लाक प्रमुख मोती पासी को आरोपी बनाने का प्रयास किया है। हालांकि पुलिस इसे फंसाने की नीयत से लगाया आरोप मानकर जांच में जुटी हुई है। विधायक ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र देकर मामले से अवगत कराया है। विधायक के भाई को लेकर क्षेत्र में इलाकाई राजनीति गर्म हो गई हैं।
दरअसल 25 जनवरी की रात में सैदपुर विधायक सुभाष पासी के चचेरे भाई लालबाबू पासी की सिर कूंच कर हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद देवकली के पूर्व ब्लाक प्रमुख व विधायक के छोटे भाई मोती पासी ने खुद रामपुर मांझा के शैलेंद्र यादव व सैदपुर के औड़िहार निवासी अरविंद उर्फ पिंटू के खिलाफ नंदगंज थाने में नामजद तहरीर देते हुए पुलिस को बताया था कि शैलेंद्र पिंटू के साथ गाड़ी से आया और लालबाबू को ले गया था।
बताया कि लालबाबू अपने साथ करीब 2 लाख रूपए भी ले गया था। अगले दिन उसकी सिर कूंची गई शव जखनियां के घटारो नदी किनारे मिली थी। इस मामले में पुलिस ने नामजद आरोपियों समेत औड़िहार के सदानंद गोंड को भी गिरफ्तार कर लिया। हालांकि दो अन्य अभी फरार हैं। वहीं इस घटनाक्रम में एक नया मोड़ आया है। घटना में आरोपित अभियुक्तों ने मोती पासी पर ही हत्या की सुपारी देने का आरोप लगाया है। जिसकी पुलिस जांच कर रही है। 
इस मामले में विधायक सुभाष पासी ने बताया कि जिस दिन उसका शव मिला उसी रात में ही आरोपी शैलेंद्र यादव ने उन्हें फोन करके धमकाया भी था कि अगर उसका नाम एफआईआर में आया तो वो किसी को छोड़ेगा नहीं। ये भी कहा था कि उसे फांसी तो होगी नहीं और वो जिंदगी भर जेल में तो रहेगा नहीं। जिसके बाद विधायक ने उस नंबर के बाबत तत्काल नंदगंज एसओ को जानकारी दी। सर्विलांस से पता लगाने पर पता चला कि शातिर आरोपी ने वो फोन एक रिक्शे वाले के फोन से किया था। इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया। 
विधायक ने बताया कि हत्यारों ने घटना की बात कुबूल ली है और अब मुकदमे को हल्का करके जेल से बाहर आने की नीयत से उनके छोटे भाई पर आरोप लगा रहे हैं। बताया कि इस मामले में उन्होंने मुख्यमंत्री को भी पत्रक दिया है। वहीं शनिवार को क्षेत्राधिकारी ने जांच की दिशा में कई लोगों से पूछताछ की। मुख्य आरोपी शैलेंद्र इतना शातिर था कि उसने अपने साथियों को बुलाने के लिए भी दूसरों के मोबाइल का ही सहारा लिया। 
इस बाबत पूर्व ब्लाक प्रमुख मोती पासी ने बताया कि शैलेंद्र की दोस्ती लालबाबू से काफी अच्छी थी और उसके घर भी उसका आना जाना था। लेकिन घटना के एक रात पूर्व वो आया और उसे अपने साथ ले गया था। बताया कि ले जाने से पूर्व उसने उसने वहीं उसके ही घर के बाहर घूम-घूमकर शराब भी पी लेकिन रोजाना आने जाने के चलते किसी को उसकी नीयत पर शक नहीं हुआ। यहां तक कि मृतक के परिजन भी उसके साथ ही मौजूद थे। इसके बाद वो लालबाबू को साथ ले गया और अगले दिन उसकी लाश मिली।
 


 


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