संवाद कार्यक्रम में महिला स्वास्थ्य सुरक्षा अधिकारों पर हुई चर्चा, चकिया-नौगढ़ की महिलाएं हुई शामिल
राज्य की अपेक्षा जिले में अधिक है मातृ शिशु मृत्यु दर
जनसंदेश न्यूज़
चंदौली। ग्राम्या संस्थान एवं महिला स्वास्थ्य अधिकार मंच के संयुक्त तत्वाधान में शनिवार को जिला चिकित्सालय सभागार चंदौली में जिला स्तरीय संवाद का आयोजन किया गया। इस दौरान महिलाओं को उनकी विभिन्न मुद्दों स्वास्थ्य अधिकार खाद्य सुरक्षा पोषण सामाजिक सुरक्षा एवं महिला हिंसा समेत सरकार की विभिन्न योजनाओं पर जागरूक किया गया।
संस्थान की नीतू सिंह ने बताया कि मंच की महिलाएं बेहतर स्वास्थ्य के लिए स्थानीय स्तर पर पैरों कारी करती हैं। जिले के नौगढ़ एवं चकिया ब्लॉक से 30 महिलाओं ने 30 प्रपत्र को भरकर 18 मानक पर स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की। इन मानकों में एंबुलेंस की सुविधा पीने का पानी बिजली प्रसव के लिए डिलीवरी टेबल सिरिंज साबुन दस्ताने की उपलब्धता खून की जांच साफ-सफाई दवाओं का वितरण डॉक्टरों का व्यवहार महिला डॉक्टरों की उपलब्धता आदि की जानकारी प्राप्त की।
अवलोकन से निकले तथ्यों की जानकारी देते हुए सहयोग संस्थान लखनऊ से मनमीत ने बताया कि राज्य की तुलना में जिले में मातृ मृत्यु दर 346 अधिक है। आंकड़े बताते हैं कि सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं पर संस्थागत प्रसव लगभग 52 प्रतिशत है जबकि जिले में कुल संस्थागत प्रसव दर 75 प्रतिशत है। इसका मतलब है कि महिलाएं निजी अस्पतालों से सेवाएं लेना पसंद कर रही हैं, जो कहीं न कहीं सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं पर डॉक्टरों एवं स्टाफ नर्सों की कमी के कारण मरीजों को मिलने वाली सेवा एवं आपूर्ति की कमी को दर्शाता है।
संस्थान की निदेशक बिंदु सिंह ने बताया कि जिले में स्वास्थ्य प्रदाताओं की कमी एक बड़ी समस्या है एवं आवश्यक संसाधनों तक पहुंच के अभाव में लाभार्थियों को निर्वाध सेवाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। मंच से प्यारी, तेतरा बानो, लक्ष्मीना आदि महिलाओं ने अपना विचार रखा। संवाद में चकिया एवं नौगढ़ ब्लॉक से पुष्पा, डंगरी, आशा, हीरावती, रेखा, संगीता, मीना, अंजू, त्रिभुवन, धर्मराज सहित 100 लोग शामिल रहे।