सदस्यों के हंगामे और धरने के बीच तीसरी बार जिला पंचायत की बैठक स्थगित


विकास कार्य आरंभ न होने पर सदस्य अड़े

जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। जिला पंचायत की तीसरी बार शनिवार को बुलायी गयी बैठक भी सदस्यों के हंगामे और धरने के चलते स्थगित कर दी गयी। सदस्य लंबित चल रहे विकास कार्यों को आरंभ कराने की मांग कर रहे हैं लेकिन महकके के स्टाफ समेत आला अधिकारी काम शुरु नहीं करा पा रहे हैं।
शनिवार की दोपहर बुलायी गयी बैठक में मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन हुल्गी को न देख सदस्य नाराज हो गये। इस मौके पर डीडीओ रमाकांत तिवारी ने उन्हें बताया कि सीडीओ अवकाश पर हैं। उन्होंने मुझे इस बैठक में उपस्थित होने के निर्देश दिये हैं। लेकिन सदस्यों ने जिला विकास अधिकारी की इस बात को दरकिनार कर दिया। उन्होंने सीडीओ की ओर से कही गयी उस बात की ओर ध्यान दिलाया कि जिला पंचायत के प्रत्येक सदस्य के क्षेत्र में कम से कम एक विकास कार्य आरंभ करा दिया जाएगा लेकिन अबतक कहीं में कार्य शुरु नहीं हुए हैं। 
बैठक के दौरान अधिकांश सदस्य अपनी-अपनी सीट छोड़कर जमीन पर बैठ गये और धरना देने लगे। उन्होंने पूछा कि जब कार्य आरंभ नहीं करा पा रहे हैं तो बैठक कराने की क्या जल्दीबाजी है। सदस्यों ने नियमों का भी हवाला और उससे जुड़े कई तर्क भी दिये। मौके पर मौजूद अध्यक्ष अपराजिता सोनकर, अपर मुख्य अधिकारी राजेंद्र प्रसाद और अभियंता एकबार फिर सदस्यों के प्रश्नों का संतोषजनक उत्तर देने में असफल रहे। 
कोरम के लिए रजिस्टर पर हस्ताक्षर को लेकर सदस्य दो गुटों बंट गये। उसके बाद बैठक का विरोध कर रहे सदस्यों ने इसे तानाशाही रवैया ककार देते हुए धरने पर बैठ गये। एक सदस्य से उपस्थिति पंजिका मे हस्ताक्षर करने के नाम पर रजिस्टर लिया और धरने में शामिल हो गया। अंतत रू तीसरी बैठक भी स्थगित कर दी गयी। बीते 31 जनवरी और उसके बाद दो फरवरी को भी सदस्यों के सख्त तेवर को देखते हुए बैठक स्थगित कर दी गयी थी।


Popular posts from this blog

'चिंटू जिया' पर लहालोट हुए पूर्वांचल के किसान

लाइनमैन की खुबसूरत बीबी को भगा ले गया जेई, शिकायत के बाद से ही आ रहे है धमकी भरे फोन

नलकूप के नाली पर पीडब्लूडी विभाग ने किया अतिक्रमण, सड़क निर्माण में धांधली की सूचना मिलते ही जांच करने पहुंचे सीडीओ, जमकर लगाई फटकार