प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में आम बजट पर कुछ ऐसा रहा नेताओं का रिएक्शन, बोले, जनता को किया........


देश को मंदी से उबारने, बेरोजगारी रोकने के नहीं किये कोई उपाय : अजय राय


एलआईसी जैसी देश की अतिविश्वसनीय संस्था को बेचने की तैयारी निंदाजनक


नये स्मार्ट सिटी की बात लेकिन पहले की परियोजनाओं का क्या हुआ: मेराज


मोदी सरकार के इस बजट में पूंजीवादी व्यवस्था का ही पोषण रू मुकेश सिंह

जनसंदेश न्यूज
वाराणसी। केंद्र के आम बजट को लेकर कांग्रेस, बसपा और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया की है। उन्होंने मोदी सरकार के इस बजट पर सवाल खड़े किये हैं। उन्होंने बजट का निराशाजनक बताते हुए कहा है कि वित्ती मंत्री निर्मला सीतारमण के इस आम बजट से जनता में हताशा की स्थिति है। 



कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक अजय राय ने कहा है कि इस आम बजट ने देश की जनता में निराशा और बढ़ा दी है। अर्थव्यवस्था को अभूतपूर्व सुस्ती एवं मंदी से उबारने, बढ़ती बेरोजगारी को रोकने और गिरती विकास दर को संभालने की कोई ठोस नीति या योजना नहीं लायी गई। इससे बाजार को भी सदमा लगा और प्रतिक्रिया में सेंसेक्स तुरंत लुढ़क गया। वहीं, किसानों को अलाभकारी खेती के दलदल से उबारने में कोरे आश्वासन के अलावा किसी प्रकार का कुछ ठोस कदम नहीं दिखा। व्यापारी को टैक्स ढांचे के आतंक से कोई राहत नहीं होगी। 
उन्होंने कहा कि दूसरी ओर, केंद्र ने जीवन बीमा निगम जैसे भारत के सर्वग्राह्य संस्था की वित्तीय विश्वसनीयता पर प्रश्नचिह्न लगा दिया। ‘जीवन के साथ भी-जीवन के बाद’ नारे के साथ लोकप्रिय एलआईसी पर केंद्र ने ही सवाल खड़े कर दिये हैं। उन्होंने कहा कि एक आम साधारण व गरीब व्यक्ति परिवार में बेटी के जन्म पर एलआईसी की पॉलिसी कराता था ताकि पुत्री के बड़ी होने पर उसकी पढ़ाई, शादी आदि के लिए कहीं से कर्ज न लेना पड़े। इस संस्था को बेचने की तैयारी से करोड़ों परिवार प्रभावित हो जाएंगे। 



बहुजन समाज पार्टी के जिला उपाध्यक्ष मेराज फारुकी ‘जुग्गन’ ने कहा कि आम बजट निराशाजनक है। क्योंकि इसमें किसानों का बजट घटा दिया गया है। बेरोजगारी दूर करने के लिए कोई वित्तीय योजना पेश नहीं हुई। निजी कंपनियों के जरिये ट्रेन संचालन के बेरोजगारी और बढ़ेगी। बजट में ऑटो सेक्टर में सुधार की बात नहीं की गयी। नए स्मार्ट सिटी बनाने की बात हुई लेकिन यह नहीं बताया गया कि पिछले स्मार्ट सिटी के प्रस्तावों का क्या हुआ। 



आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश प्रवक्ता मुकेश सिंह ने कहा कि आम बजट में रोजगार, शिक्षा और व्यापार को मंदी के दौर से निकलने के लिये कुछ खास नहीं हैं। क्रय शक्ति बढ़ाने की ठोस योजना नहीं बतायी गयी। 100 स्मार्ट सिटी का सपना दिखाने वाली मोदी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल तक भी एक भी स्मार्ट सिटी नहीं विकसित कर सकी। भाजपा की सरकार के इस बजट में पूंजीवादी व्यवस्था का ही पोषण होता दिख रहा है।


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