पीड़िता ने शिक्षक पर लगाया छेड़खानी का आरोप, जन सुनवाई में महिला आयोग की सदस्या से की शिकायत
राज्य महिला आयोग की सदस्य ऊषा रानी ने सुनी पीड़ित महिलाओं की समस्यायें
जनसंदेश न्यूज़
प्रयागराज। राज्य महिला आयोग उत्तर प्रदेश की सदस्य उषा रानी की अध्यक्षता में उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग द्वारा बुधवार को सर्किट हाऊस, प्रयागराज में महिला जन सुनवाई का आयोजन हुआ। इस दौरान जन सुनवाई में आयी पीड़ित महिलाओं की शिकायती प्रार्थना पत्रों को देखा। उन्होंने पीडित महिलाओं से बारी-बारी से उनकी समस्याओं को सुना तथा सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रकरण को प्राथमिकता के आधार पर लेते हुए निस्तारित किया जाय।
महिला जन सुनवाई में पीड़ित महिलाओं ने अपनी समस्याओं को सदस्य, राज्य महिला आयोग के समक्ष रखी। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि महिला उत्पीड़न से सम्बन्धित प्रकरण को लम्बित न रखा जाय बल्कि उसका मौके पर जाकर त्वरित निस्तारण की कार्यवाही सुनिश्चित करायी जाय। जनसुनवाई में अपनी शिकायत लेकर आयी हुई एक छात्रा जो मूल रूप से गाजीपुर चांदपुर सलोरी, प्रयागराज में रहकर पढ़ाई कर रही है, ने अपने इंस्टीट्युट के शिक्षक के विरूद्ध छेड़खानी का आरोप लगाया, जिसपर महिला आयोगन की सदस्य ने थाना कर्नलगंज के चौकी प्रभारी को बुलाकर उनसे मामले की पूरी जानकारी ली।
जानकारी पर यह बात सामने आयी कि उक्त शिक्षक ने छात्रा के खिलाफ मारपीट करने की एफआईआर दर्ज करायी थी। जिसपर महिला आयोग की सदस्या ने उक्त शिक्षक को तत्काल बुलाकर मामले को अपने संज्ञान में लिया और निर्देश दिया कि अगली जनसुनवाई में पूरे साक्ष्य के साथ दोनों पक्ष उपस्थित रहे।
राजकुमारी पुत्री स्व0 नंद कुमार निवासी सूबेदारगंज, प्रयागराज ने वहां के पार्षद के खिलाफ जबरन मकान कब्जा कराने, धमकाने का आरोप लगाया, जिसपर महिला आयोग की सदस्य ने थाना धूमनगंज के पुलिस प्रतिनिधि को पार्षद को तुरंत सुनवाई में बुलाने के निर्देश दिये, जिसपर पार्षद के न पहुंचने पर पुलिस को महिला एफआईआर दर्ज करने व हरसम्भव मदद करने के लिए निर्देशित किया।
मोहिता गुप्ता पुत्री श्रीचंद्र गुप्ता निवासी पुराना कटरा, प्रयागराज ने अपने पति पर दूसरी शादी करने का आरोप लगाते हुए सदस्य को बताया कि इस मामले में सोरांव थाने में एफआईआर दर्ज करायी थी। थाने के एसओ ने इस मामले लापरवाही बरतते हुए कोई कार्रवायी नहीं की, जिसपर सदस्य ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि महिलाओं के साथ इस प्रकार की संवेदनहीनता कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी।
कोमल ने अपने पति एवं ससुराल वालों के खिलाफ दुर्व्यवहार करने व मारपीट करने का आरोप लगाया, जिसपर सदस्य ने उसके पति को बुलाकर पूरे मामले की जानकारी लेते हुए दोनों को समझा बुझाकर दोनों के बीच समझौता कराने में सफल हुई। पति-पत्नी ने दुबारा आपस में लड़ाई झगड़ा न करने का आश्वासन सदस्य को दिया।
मौके पर ही 05 मामलों में एफआईआर भी दर्ज करायी गयी। कुछ प्रकरणों में सदस्य ने खुद भी मौके पर जाकर प्रकरण की वास्तविक स्थिति से अवगत होगी। महिला जन सुनवाई में कुल दो दर्जन से अधिक प्रकरण सुनवाई के लिए आयें, जिनमें से कुछ प्रकरणों का मौके पर ही निस्तारण सुनिश्चित कराया गया। महिला आयोग की जनसुनवाई में में जिला प्रोबेशन अधिकारी पंकज मिश्रा सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण मौजूद रहे।