नये अंदाज और कलेवर संग शुरु हुई शाकभाजी, फल व पुष्प प्रदर्शनी


आय बढ़ाने को नयी तकनीक और जैविक खेती पर दें जोर


जिला मुख्यालय स्थित कंपनी बाग पहुंचे आमलोगों दिखायी भरपूर रुचि


महापौर मृदुला जायसवाल ने बेहतर उत्पादन के लिए किसानों का किया आह्वान


कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने सरकार की योजनाओं के विषय में विस्तार से बताया

जनसंदेश न्यूज
वाराणसी। बागवानी से जुड़े किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए उनके समय-समय पर आयोजित प्रदर्शनियों के अलावा कृषि आदि से जुड़ी शासन की योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराना उत्साहवर्द्धक है। इससे न सिर्फ किसान आर्थिक रूप से मजबूत होंगे सकारात्मक दिशा में और प्रेरित होंगे बल्कि उनके बागों के फल, शोभाकार फूल व सब्जी उत्पादों से प्रत्येक वर्ग लाभांवित होगा। वहीं, सजावटी फूलों के प्रति आमलोगों की रुचि बढ़ेगी। इसका एक खास फायदा रोजगार में बढ़ोतरी के तौर भी होगा। किसान अपनी खेती-बाड़ी में उत्पाद की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए जैविक खेती को महत्व दें।
जिला मुख्यालय स्थित उद्यान विभाग के कंपनी बाग परिसर में मंगलवार को आरंभ दो गिनी किसान गोष्ठी एवं आठवां मंडलीय फल पुष्प एवं शाकभाजी प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए महापौर मृदुला जायसवाल ने मुख्य अतिथि के रूप में यह कहा। यह आयोजन एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के तहत है। विशिष्ट अतिथि कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने गोष्ठी में गुणवत्तायुक्त और निर्यात योग्य फल, फूल व शाकभाजी के उत्पादन पर जोर दिया। उन्होंने वाराणसी मंडल के उत्पादों के निर्यात के लिए एपिडा भारत सरकार की ओर से उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी देते हुए किसानों को इसका लाभ उठाने का आह्वान किया। ताकि किसानों की आर्थिक स्थिति बेहतर हो सके।
उप निदेशक उद्यान मुन्ना यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि यह प्रदर्शनी 16 वर्गों में है। जिसमें फल, शाकभाजी के अलावा फल एवं शाकभाजी के से तैयार संरक्षित पदार्थ, मौसमी फूल, गुलाब के फूल, सर्वाेत्तम गुलाब, कलात्मक फूलों की सज्जा, डहेलिया, सदाबहार पत्ती वाले, मौसमी फूलों वाले गमलों का समूह, कैक्टस, बोनसाई, शादी मंडप, रंगोली, वर्टिकल गार्डेन विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं।



मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए उप निदेशक उद्यान, मुन्ना यादव ने बताया कि प्रदर्शनी 16 वर्गाे में लगायी गयी है, जिसमें फल, शाकभाजी, फल एवं शाकभाजी के संरक्षित पदार्थ, मौसमी फूल, गुलाब के फूल, सर्वाेत्तम गुलाब, कलात्मक फूलों की सज्जा, डहेलिया, सदाबहार पत्ती वाले, मौसमी फूलों वाले गमलों का समूह, क्रैक्टस, बोनसाई, शादी मण्डप, रंगोली, वर्टिकल गार्डेन विशेष रूप से उल्लेखनीय है।
इससे पूर्व सुबह स्वच्छता रैली निकली। शाम को सायं हुई सांस्कृतिक संध्या में कशिश, पलक श्रीवास्तव, ज्ञानेश पांडेय, पं. सुखदेव प्रसाद मिश्र, अशोक पांडेय, पं. रविशंकर मिश्र व डॉ. ममता टंडन आदि कलाकारों ने गायन, वादन और नृत्य के कार्यक्रम प्रस्तुत किये। अनिल कुमार सिंह के संचालन में जिला उद्यान अधिकारी संदीप कुमार गुप्त धन्यवाद दिया। बुधवार को प्रदर्शनी सुबह नौ बजे से रात्रि आठ बजे तक अमलोगों के लिए खुली रहेगी।
विशेषज्ञों ने दी तकनीकी जानकारी
उद्यान विभाग की दो दिनी संगोष्ठी के पहले दिन मंगलवार को उत्पादन, जल एवं पर्यावरण संरक्षण, खाद्य प्रसंस्करण आदि विषयों पर विशेषज्ञों ने तकनीकी जानकारी दी। उन्होंने मौके पर लगे स्टॉलों पर मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन, ड्रिप स्प्रिंकलर सिंचाई आदि का सजीव प्रदर्शन तक खास बिंदुओं पर ध्यान दिलाया। विशेषज्ञों में आईआईवीआर के डॉ. एसएनएस चौरसिया, डॉ. एन. त्रिपाठी, कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ. एनके सिंह, नरेंद्र देव कृषि विवि के पूर्व विभागाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह और खाद्य प्रसंस्करण विशेषज्ञ डॉ. वीआर वर्मा रहे।



प्रदर्शनी में 3461 डिस्प्ले
उद्यान विभाग की ओर से कंपनी बाग में लगी प्रदर्शनी में कुल तीन हजार 461 प्रकार के फल-फूल व शाकभाजी डिस्प्ले किये गये हैं। उनमें सर्वाधिक गमलों में जाड़ो के मौसमी फूल, पौध वर्ग में 1023, दूसरे स्थान पर शाकभाजी में 769 डिस्प्ले, कटे मौसमी फूल के 290, गुलाब के फूल में 142, सदाबहार पौधों के 251 डिस्प्ले आदि दर्शकों के लिए आकर्षण के केंद्र हैं। यहां विभिन्न वर्गों में हुए डिस्प्ले पर निर्णायकों ने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन सूचिबद्ध किये। सर्वाेत्तम गुलाब श्रेणी में किंग ऑफ द शो और क्वीन ऑफ द शो का पुरस्कार मुख्य अधिशाषी अधिकारी छावनी परिषद के हिस्से में आया।
पहली बार विविधतापूर्ण आयोजन
मंगलवार को शुरु हुई उद्यान विभाग की दो दिनी प्रदर्शनी इस बार विविधतापूर्ण है। इसमें सिर्फ खेती किसानी की बात ही नहीं बल्कि खेलकूद के प्रति लोगों को प्रेरित करने के लिए खेलो इंडिया के अंतर्गत हॉकी, बॉल की आकृतियां सजायी गयी हैं। साथ ही फ्लावर हार्ट, पुष्पों से तैयार सुसज्जित द्वार, सेल्फी प्वॉइंट, सांस्कृतिक कार्यक्रम और फूड प्लाजा ने आयोजन का आकर्षण बढ़ा दिया है। इन विविधताओं का ही परिणाम रहा कि पहले दिन प्रदर्शनी में पहुंचे आमलोगों से यहां घंटों भ्रमण करते रहे।
प्रगतिशील किसान हुए सम्मानित
प्रदर्शनी के पहले दिन मंगलवार को वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर और जौनपुर के उन 11 प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया जिन्होंने खेती की नयी तकनीकों को अपनाते हुए कम पानी में उल्लेखनीय उत्पादन कर आमदनी में भी बढ़ोतरी की। उनमें वाराणसी के रामदुलार यादव आयर हरहुआ, रामलाल वर्मा जयापुर आराजी लाइन, अमर बहादुर सिंह रामापुर पिंडरा, राजनारायण रमसीपुर काशी विद्यापीठ, कैलाश चंद्र पाठक कटारी चोलापुर, रमाशंकर सिंह खमरिया तालुके बिरांव बड़ागांव, छविनाथ गोगवा सेवापुरी, रामनरायन यादव छितौना चिरईगांव, चंदौली के शिवम सिंह मधुपुर चंदौली, जौनपुर के इंद्र कुमार सिंह रेहटी जलालपुर और गाजीपुर के संतोष कुमार राय रेवतीपुर शामिल रहे।
 


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