मोदी के बनारस में रसोई गैस के बढ़े दाम को लेकर जबरदस्त विरोध, कहीं सिलेंडर को गंगा में किया प्रवाहित तो कहीं कूड़े में फेंका


सपा ने गंगा में सिलिंडर प्रवाहित कर जताया विरोध


महिलाओं ने कूड़ा गाड़ी में फेक दिया सिलिंडर को


दाम बढ़ने के खिलाफ कांग्रेसजनों ने किया प्रदर्शन

जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। रसोई गैस के दाम में अचानक 145 रुपये प्रति सिलिंडर की वृद्धि किये जाने से नाराज पब्लिक सड़क पर उतरी और गुरुवार को जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किया। सपा कार्यकर्ताओं ने जहां सिलिंडर को गंगा में प्रवाहित कर विरोध जताया तो वहीं महिलाओं ने कूड़ा गाड़ी में फेक कर। एक सामाजिक संस्था ने मैदागिन स्थित पार्क में विरोध प्रदर्शन किया। सभी ने बढ़ी दर को वापस लेने की पूरजोर मांग की। 



शिवाला घाट के सामने गंगा में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गैस मूल्य में हुई बढ़ोतरी के विरोध में सिलिंडर को प्रवाहित कर विरोध जताया। कैंट विधानसभा के बैनर तले आयोजित कार्यक्रम में पूर्व अध्यक्ष विवेक यादव ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था काफी खराब है। इसके बीच रसोई गैस के दाम बढ़ाकर जनता को और बेहाल कर दिया गया। वक्ताओं ने कहा कि ऐसा लगता है कि पीएम मोदी दिल्ली की हार का बदला समूचे देश से ले रहे हैं। विरोध प्रदर्शन में कमल पटेल, संजय प्रियदर्शी, अशोक यादव, दिलीप कश्यप, गौरव श्रीवास्तव, सूरज गौड़, गोपाल यादव, विकास साहनी, संजय कुमार, किशन चौरसिया आदि थे।
महानगर कांग्रेस के बैनर तले कार्यकर्ताओं ने रसोई गैस के दाम बढ़ने के खिलाफ पांडेयपुर चौराहे पर विरोध प्रदर्शन किया। वक्ताओं ने कहा कि जनता पहले से ही खाने-पीने की चीजों में महंगाई का दंश झेल रही है। इसके बीच संवेदनहीन केंद्र सरकार ने घरेलू गैस में भारी इजाफा कर दिया। इससे आम जनता में आक्रोश की भावना उत्पन्न हो रही है। प्रदर्शन में महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, मनीष चौबे, मयंक चौबे, अशोक सिंह, रोहित दुबे, विनीत चौबे, ऋषभ पांडे, परवेज खान, महेश चौबे, पीयूष श्रीवास्तव आदि थे।



रामनगर प्रतिनिधि के अनुसार, कांग्रेसजनों ने सिलिंडर के साथ चौराहे पर धरना दिया। प्रसिद्ध कूप पर चले धरने के दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि जब से केन्द्र में भाजपा की सरकार आई है। गरीबों के लिए दाल-रोटी का जुगाड़ भी मुश्किल हो गया है। अब रसोई गैस का दाम बढ़ा दिया गया। रसोई गैस लगभग 1000 रुपये पर पहुंच गया है, लेकिन सरकार की सेहत पर कोई फर्क नही पड़ रहा है। धरने में पूर्व सभासद राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, नारायण दास मास्टर, संजय सिंह, सतीश श्रीवास्तव, विपिन सिंह, अनिल सिंह, गोपाल साहू, रविशंकर चौबे, साबिर रजा आदि थे।


Popular posts from this blog

'चिंटू जिया' पर लहालोट हुए पूर्वांचल के किसान

चकिया प्रीमियर लीग के फाइनल में केजीएन क्लब ने धनावल को दी शिकस्त, यह रहे मैच के हीरो

काशी विद्यापीठ में शोध के लिए निकलेगा आवेदन, अब साल में दो बार होगी पीएचडी की प्रवेश परीक्षा