कोतवाली में मेन गेट छोड़ दूसरे गेट से दाखिल हुए एडीजी जोन, भाग खड़े हुए पुलिसकर्मी 


कुछ दिन पहले ही सादी वर्दी में ही पहुंच गए थे कोतवाली

जनसंदेश न्यूज़
प्रयागराज। एडीजी जोन प्रेम प्रकाश मंगलवार को अचानक औचक निरीक्षण करने के लिए नैनी कोतवाली पहुंचे तो पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया।  बिन वर्दी में तैनात पुलिसकर्मी एडीजी जोन को देख कर भाग खड़े हुए। वहीं निरीक्षण करते हुए खामियां मिलने पर तैनात पुलिसकर्मियों को जमकर फटकार लगाए। लगभग आधे घंटे तक निरीक्षण करने के बाद वह दलबल के साथ वापस लौट गए। 
जानकारी के मुताबिक एडीजी जोन प्रेम प्रकाश मंगलवार शाम लगभग चार बजे हमराहियों के साथ नैनी कोतवाली के पिछले गेट से अंदर पहुंचे तो उन्हें देखकर तैनात पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया। इस दौरान उन्होंने नैनी कोतवाली का निरीक्षण किया। बंदी गृह, मेस, बैरक समेत जन सुनवाई, अपराध सहित अन्य फाइलों की जांच पड़ताल करते हुए खामियां पाए जाने पर संबंधित पुलिसकर्मियों को जमकर फटकार लगाई और फाइलों को तुरंत दुरुस्त करने का निर्देश दिया।
उन्होंने इंस्पेक्टर नैनी अवन कुमार दीक्षित को फाइलों के रख-रखाव के साथ नियमित फाइलों को अपडेट करने का निर्देश दिया। वहीं कोतवाली परिसर के अंदर वर्षों पुराने वाहनों को घूरपुर स्थित गोदाम में जमा कराने के लिए निर्देश दिए और कोतवाली के बाहर जितने भी वाहन खड़े हैं उन पर नंबरिंग कर एक नया रजिस्टर बनाकर उसे दर्ज करने के लिए आदेश दिया। लगभग आधे घंटे तक निरीक्षण करने के बाद वह वापस लौट गए।
बदमाशों को पकड़ों, शरीफों को न करो परेशान 
एडीजी जोन प्रेम प्रकाश ने पुलिस को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि वाहन चेकिंग के दौरान बदमाशों को पकड़े और शरीफों को न परेशान करने की नसीहत दी।
दूसरे गेट से अंदर दाखिल हुए एडीजी जोन 
मंगलवार शाम को जैसे ही एडीजी जोन नैनी कोतवाली परिसर के बाहर पहुंचे तो वह वाहन समेत मेन गेट से न आकर दूसरे गेट से वाहन की गति नाम मात्र धीरे-धीरे अंदर दाखिल हो गए। जैसे ही एडीजी जोन के वाहन को तैनात पुलिस कर्मियों ने देखा तो हड़कंप मच गया और अपनी अपनी वर्दी को चुस्त-दुरुस्त करते हुए सिर पर टोपी पहनने लगे। वहीं शादे ड्रेस में तैनात पुलिस कर्मी तो मौके से ही भाग खड़े हुए। 
गौरतलब हो कि बीते कुछ दिन पूर्व एडीजी जोन प्रेम प्रकाश सिविल लाइंस थाने में फरियादी बनकर पहुंचे हुए थे और दफ्तर में तैनात पुलिसकर्मी उन्हें पहचान तक नहीं पाए थे। जब उन्होंने अपना परिचय बताया तो सभी पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया था।


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