खबर का असर: मृतका को गवाह बनाने वाले दरोगा जी हुए निलंबित, दण्डात्मक कार्रवाई का आदेश
जनसंदेश न्यूज़
जौनपुर। यूपी पुलिस हमेशा अपनी कारस्तानियों से चर्चा में बनी रहती है। ताजा मामला जनपद के लाइन बाजार थाने का है। जहां एक मामले में उपनिरीक्षक संजय कुमार ने सात वर्ष पूर्व मर चुकी एक महिला का बयान गवाह के रूप में दर्ज किया। जिसकी शिकायत मृतका के पुत्र द्वारा आईजीआरएस पोर्टल पर किया गया। इस खबर को जनसंदेश ने प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया। खबर को संज्ञान में लेकर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने जांच के उपरांत इसे उपनिरीक्षक की घोर लापरवाही मानते हुए तत्काल निलंबित कर उनके खिलाफ दण्डात्मक कार्रवाई का आदेश दिया। यह जानकारी एडीशनल एसपी अनिल पाण्डेय ने मीडिया को दी।
PHOTO- मीडिया को उपनिरीक्षक के निलंबन की जानकारी देते एएसपी अनिल पाण्डेय
ज्ञातव्य हो कि गत 17 सितंबर 2019 की रात में उक्त थाना क्षेत्र के सैदनपुर गांव के निवासी प्रमोद यादव पर तमंचे से जानलेवा हमला किया गया। मामला लाइन बाजार थाने में दर्ज हुआ। जिसमें गांव के ही 5 लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया। मुकदमे की विवेचना कर रहे उपनिरीक्षक संजय कुमार ने प्रमोद की मां का बयान गवाह के रूप में दर्ज किया। जबकि प्रमोद की मां मीरा देवी की मृत्यु 7 वर्षों पूर्व हो चुकी है। 7 वर्ष पूर्व मृत महिला का बयान दर्ज किए जाने के प्रकरण में मुख्यमंत्री को ऑनलाइन शिकायत पत्र भेजा गया।