जीएसआई के खंडन के बाद भी सोनभद्र में सोने के भण्डार का राग अलाप रहे भाजपा नेता, प्रदेश अध्यक्ष बोले, स्वर्ण रिजर्व में विश्व में दूसरे स्थान होगा भारत
जनसंदेश न्यूज़
प्रयागराज। यूपी के सोनभद्र में सोने की विशाल खदान और तीन हजार टन से अधिक सोना मिलने के दावे को जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) द्वारा खारिज किये जाने के बाद भी भाजपा के कुछ नेता इसका राग अलापने से बाज नहीं आ रहे हैं या यूं कहे कि वें जनता को गुमराह करने का कार्य कर रहे है। प्रयागराज के जारी में आयोजित पिछड़ा वैश्य सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने एक बार फिर यूपी के सोनभद्र में सोने की खदान होने की बात करते हुए कहा कि सोने की खदान मिलने के बाद भारत सोना उत्पादन में दूसरे नंबर में आ जाता है।
उन्होंने कहा कि श्री सिंह ने कहा कि आर्किलोजिकल डिपार्टमेंट के माध्यम से जो खबरे आयी हैं कि सोनभद्र के अन्दर तीन हजार मीट्रिक टन सोना के खदान हैं। इस आधार पर भारत विश्व में सोना रिजर्व के मामले में दूसरे स्थान पर आ जाता है। उन्होने कहा कि सबसे पहले अमेरिका है। यह खुशखबरी है कि स्वर्ण रिजर्व में भारत का स्थान दूसरे नम्बर पर और उसके बाद फ्रांस और जर्मन का नम्बर आता है। उन्होने कहा कि इसके आगे की डिटेल आने पर यह 12 लाख करोड़ का सोना होगा।इस दौरान मंच पर उनके साथ रेल मंत्री पीयूष गोयल और यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्या भी मौजूद रहे।
बता दें कि सोनभद्र की हरदी गांव में स्थित कोन पहाड़ी पर सोने का बड़ा भंडार होने का दावा किया गया था। जहां यह बताया जा रहा था कि कोन पहाड़ी पर 3 हजार मिट्रीक टन सोना मिला है। हालांकि शनिवार को जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआई) ने इसका खंडन करते हुए बताया था कि सोनभद्र के समूचे पहाड़ को खोदन पर लगभग 160 किलो सोना मिल सकता है।