ग्राम पंचायतों के सीमांकन पर असमंजस! पांच दर्जन ग्राम पंचायतें ‘Delete’ होने के बाद बदलेगी तस्वीर


भगवानपुर, करौंदी और लहरतारा वगैरह को लेकर है ऊहापोह


कुछ राजस्व गांव आंशिक रूप से शहर में हो सकते हैं शामिल


वर्तमान में जनपद में हैं 760 ग्राम पंचायत व 1332 राजस्व गांव

जनसंदेश न्यूज
वाराणसी। नगर निगम की सीमा में लगभग पांच दर्जन ग्राम पंचायतों के शामिल होने पर ग्रामीण इलाकों में ग्राम पंचायतों की तस्वीर बदल जाएगी। इसके लिए चयनित ग्राम पंचायतों का सीमांकन तय नहीं हो पा रहा है। शहरी सीमा से जुड़े कुछ ऐसे गांव को लेकर भी ऊहापोह की स्थिति है जो गांव होते हुए भी नगर में भी हैं। तहसील प्रशासन ने नगर निगम सीमा में शामिल होने वाले गांवों का ब्योरा ‘प्लॉटवार’ तैयार तो किया है लेकिन विस्तृत विवरण न होने के चलते पंचायती राज विभाग असमंजस में है।
वर्तमान में जनपद में 760 ग्राम पंचायतें और 1332 राजस्व गांव हैं। आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले ग्राम पंचायतों का न सिर्फ सीमांकन कर लेना है बल्कि पंचायतों की मतदाता सूची का भी पुनरीक्षण होना है। जिन ग्राम पंचायतों को नगर निगम की सीमा में शामिल किया जा रहा है, वह काशी विद्यापीठ, चिरईगांव और हरहुआ विकास खंड के हैं। उनमें से काशी विद्यापीठ ब्लाक में चांदपुर और डाफी तथा हरहुआ विकास खंड में हरिबल्लभपुर व सभईपुर ग्राम पंचायतों को आंशिक रूप से नगर निगम में शमिल किये जाने की संभावना है।
दूसरी ओर, शहर के दायरे में ली जा रही ग्राम पंचायतों में से कई ग्राम पंचायतों की सामा को लेकर ऊहापोह की स्थिति है। विशेषकर लहरतारा, भगवानपुर और करौंदी ग्राम पंचायतों का कितना क्षेत्र नगर निगम के दायरे में होगा यह अभी स्पष्ट नहीं है। वहीं, हरहुआ विकास खंड में सभईपुर ग्राम पंचायत का खरगपुर को नगर निगम में शामिल किया जाना है। तहसील प्रशासन ने नगर निगम के दायरे में शामिल करने के लिए प्लाट नंबर और हेक्टेयर क्षेत्रफल के अनुसार सीमांकन की खाका खींचा है।
खींचे गये खाके के अंतर्गत ग्राम पंचायतों के राजस्व गांव शामिल हैं। जिसके तहत कुछ ग्राम पंचायतों के एक से अधिक राजस्व गांव उनमें सम्मिलित हो रहे हैं। उदाहरण स्वरूप काशी विद्यापीठ ब्लाक में चितईपुर का चितईपुर व पोंगलपुर, पहाड़ी का पहाड़ी व गनेशपुर, भिखारीपुर का भिखारीपुर खुर्द तथा भिखारीपुर कला, मंडुवाडीह का मंडुवाडीह और तुलसीपुर, फुलवरिया का फुलवरिया एवं बड़ागांव-प्रथम, हरहुआ ब्लाक में चुप्पेपुर ग्राम पंचायत का चुप्पेपुर, छतरीपुर व बक्सड़ा, बासदेवपुर का बासदेवपुर एवं हरिहरपुर, लमही का लमही व बनवारीपुर, रमदत्तपुर का रमदत्तपुर एवं हासिम पुर, रसूलपुर का रसूलपुर व मझमटिया राजस्व गांव हैं।
इसीप्रकार चिरईगांव विकास खंड में सिंहपुर ग्राम पंचायत का राजस्व गांव सिंहपुर, हसनपुर, मुग्दलपुर एवं खजुही आदि को नगर निगम क्षेत्र में शामिल होना है। सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी राजाराम वर्मा के मुताबिक चिह्नित ग्राम पंचायतों को निर्वाचन अयोग की मतदाता सूची से हटाने का प्रस्ताव भेजा जा चुका है। प्रपोजल में शामिल ग्राम पंचायतों के अलावा और छह से आठ ग्राम पंचायतों को भी नगर निगम की सीमा में शामिल किये जाने की उम्मीद है। यदि ऐसा हुआ तो डिलीशिन के लिए पुन रू नया प्रस्ताव आयोग को भेजा जाएगा।


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