चंदौली: कुछ इस तरह बनकर तैयार हुई देश की सबसे ऊंची दीनदयाल की प्रतिमा, बजट से लेकर कारीगरों की संख्या जानिएं सबकुछ
दस एकड़ मे बन रहा स्मृति स्थल का 74 करोड़ का है बजट
जनसंदेश न्यूज़
पड़ाव/चंदौली। पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्थल के लिए पड़ाव चौराहे स्थित गन्ना विकास संस्थान की 10 एकड़ ज़मीन अधिग्रहित कर उस पर स्मृति स्थल के निर्माण के लिए शासन द्वारा 74 करोड़ रुपये पास किये थे। इस स्मृति स्थल के प्रथम फेज़ के लिए 39 करोड़ का बजट कार्यदायी संस्थाओं को कुछ ही दिनों बाद ही शासन द्वारा मिल गया। उसके बाद साल 2019 के जुलाई माह से इस स्मृति स्थल में प्रथम फेज़ का काम शुरु हुआ।
इस सम्बन्ध में बात करते हुए कार्यदायी संस्था चिन्मय कंस्ट्रक्शन के प्रोजेक्ट मैनेजर चेतन बहल ने बताया कि प्रथम फेज़ का कार्य यहां जून 2019 से हो रहा है, जिसमें हम सिविल वर्क और मूर्ति वर्क कर रहे हैं। इसके अलावा एम्फीथियेटर, कुंड, इंटेरप्रेनर वाल, पाथ वे, ग्रीनरी, एसटीपी और फिल्टरेशन का कार्य हो रहा है। इसमें हमारा सभी कार्य पूरा हो गया है। पाथ-वे का काम चल रहा है वह भी खत्म हो जाएगा एक दो दिन में।
देश की सबसे ऊंची दीन दयाल जी की प्रतिमा को बनाने में पिछले एक साल करीब 200 मज़दूर दिन रात मेहनत करके इसे पूरा करने में लगे हैं। इस स्मृति स्थल में पांच धातु की पंडित दीन दयाल उपाध्याय की 63 फुट ऊंची प्रतिमा देश की सबसे बड़ी दीन दयाल उपाध्याय की प्रतिमा है। इसका लोकार्पण प्रधानमंत्री आगामी 16 फरवरी को करेंगे।
30 कारीगरों ने उकेरा है दीवार पर पंडित जी के सिद्धांत
इसके अलावा इंटरप्रेनर वाल पर उड़ीसा के 30 कारीगर दिन रात मेहनत कर पंडित दीन दयाल उपाध्याय के जीवन को उकेरने में लगे हैं। कार्य कर रहे मजदूर पिछले 2 महीने से इस दीवार को सजाने-संवारने में लगे हुए हैं। इस समय काम ख़त्म होने को है। दस कारीगर इसके लोकार्पण के पहले उकेरी गयी मूर्तियों और डिज़ाइन की फिनिशिंग का काम कर रहे हैं।