बनारस में पहली बार मां गंगा की लहरों के बीच इस दिन आयोजित होगी यह दो प्रतियोगिताएं, तैयारियां शुरू 


राजघाट पर भव्य रूप से शिवरात्रि महोत्सव 20 से


23 फरवरी तक चलने वाले आयोजन के लिए उप्र पर्यटन पहली बार कर रहा पहल


22 तक राजघाट पर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन के अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम


23 को डॉ. राजेंद्र प्रसाद घाट पर बनारस बोट फेस्टीवल-2020 का अनूठा आयोजन


नौका रेस, बोट पेटिंग कंपटीशन, पेंटेड बोट मार्चपास्ट, बजड़े पर होंगी रंगारंग प्रस्तुतियां

जनसंदेश न्यूज
वाराणसी। प्रशासन की ओर से पहली बार चार दिनी महाशिवरात्रि महोत्सव का आयोजन 20 से 23 फरवरी तक होगा। कार्यक्रम को भव्य और लोकप्रिय बनाने के लिए विभिन्न स्तर के कार्यक्रमों के आलावा प्रतियोगिताएं भी होंगी। खास यह कि महोत्सव में न सिर्फ गंगातट के घाटों पर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आकर्षण होगा बल्कि गंगा की लहरों पर रंगारंग प्रस्तुतियां होंगी। नौका रेस व बोट मार्चपास्ट का आकर्षण रहेगा और बोट पेंटिंग कंपटीशन भी होगा। 23 को बोट से जुड़े आयोजनों को बनारस बोट फेस्टीवल-2020 नाम दिया गया है।
कमिश्नरी सभागार में सोमवार को मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल के प्रेसवार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शासन की पहल पर उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की ओर से महाशिवरात्रि के अवसर पर यह अनूठा आयोजन होगा। इसके लिए 50 लाख रुपये उपलब्ध कराये गये हैं। 20 से 22 फरवरी तक राजघाट पर शाम छह बजे से रात्रि दस बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। पहले दिन भगवान शिव पर आधारित कथक व गायन के अलावा अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में सुनील जोगी, मदन मोहन समर, डॉ. सुरेश अवस्थी, डॉ. विष्णु सक्सेना, डॉ. राजेश चेतन, हेमंत पांडेय, जगबीर राठी, गौरी मिश्रा, दमदार बनारसी और सांड बनारसी की काव्य पाठ करेंगे।



इसी प्रकार दूसरे दिन 21 फरवरी को कथक के अलावा तृप्ति शाक्या व प्रेम प्रकाश दुबे भक्ति संगीत सुनाएंगे। तीसरे दिन 22 को प्रख्यात भजन गायक अग्निहोत्री बंधुओं के अलावा गणेश मिश्र व जानेमाने वॉयलिन वादक सुखदेव मिश्र के कार्यक्रम होंगे। चौथे दिन 23 फरवरी को राजघाट पर ही सुबह नौ बजे पतवार चालित नौका रेस रविदास घाट से डॉ. राजेंद्र प्रसाद घाट तक होगी। विजेताओं को क्रमशः 25 हजार, 15 हजार और दस हजार रुपये तथा प्रत्येक प्रतिभागी दल को 2-2 हजार रुपये प्रोत्साहन स्वरूप देंगे। 
उसी दिन पूर्वाह्न 10.30 बजे डॉ. राजेंद्र प्रसाद घाट पर बोट पेंटिंग प्रतियोगिता के लिए भी इतनी ही धनराशि पुरस्कार में दी जाएगी। दोपहर 12.30 बजे 25 पेंटेड और पांच सुसज्जित बजड़ों का मार्चपास्ट डॉ. राजेंद्र प्रसाद घाट से गुजरेगा। उसके बाद अपराह्न तीन बजे से सायं पांच बजे तक बजड़े पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। दर्शकों को लिए 20 बजड़ों का इंतजाम रहेगा। 23 फरवरी की प्रतियोगिताओं में शामिल होने के लिए चौकाघाट के सांस्कृतिक संकुल स्थित पर्यटन विभाग कार्यालय से संपर्क करना होगा। श्री अग्रवाल ने बताया कि शिवरात्रि महोत्सव में व्यास महोत्सव को भी शामिल करने का प्रयास है।


 


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