बनारस में भागीरथी सर्किट के लिए कवायद शुरु, पर्यटन विभाग खींच रहा खाका


गंगातट के गांवों के विकास के लिए पर्यटन विभाग खींच रहा है खाका


गांवों में टूरिज्म को बढ़ावा और पर्यटकों के रात्रि निवास की होगी पहल



जनसंदेश न्यूज
वाराणसी। भागीरथी सर्किट के लिए कवायद शुरु हो गयी है। गंगातट पर बसे गांवों को पर्यटन की दृष्टि से प्रोत्साहित करने समेत संबंधित गांवों में आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने के लिए पर्यटन विभाग खाका खींच रहा है। प्रयास यह है कि देश-विदेश से आने वाले टूरिस्ट वाराणसी जनपद में अधिक दिनों तक रुकें। साथ ही उन गांवों का विकास इस प्रकार हो कि आमलोग भी वहां जाने के लिए प्रेरित हों। 
गत दिनों उत्तर प्रदेश में हुई गंगा यात्रा शुरु होने से पहले ही भागीरथी सर्किट बनाने के संकेत दे दिये गये  थे। इस कार्य के लिए पर्यटन विभाग सूबे के उन सभी गांवों का खाका तैयार करेगा जहां-जहां से होकर गंगा प्रवाहित हो रही हैं। हालांकि गंगातट के सभी गांवों को पर्यटन के लिहाज के विकसित करने के लिए नहीं बल्कि कुछ चिह्नित गांवों को विशेष रूप से निर्धारित कर वहां पर्यटन विकास की योजना तैयार करेंगे। 
इसके लिए महकमे ने रूट प्लान के अनुसार गांवों में कराये जाने वाले कार्यों की रूपरेखा तय करना आरंभ कर दिया है। खाका तैयार कर शासन से निर्धारित आर्किटेक्ट के साथ विचार-विमर्श करेंगे। उसे अंतिम रूप देने के बाद मंजूरी के लिए शासन को भेजा जाएगा। गंगातट के गांवों में पर्यटन विकास के तहत एक योजना यह भी है कि संबंधित गांव में गेस्ट हाउस या टेंट अथवा कुछ ऐसा स्थायी इंतजाम हो जहां टूरिस्ट जाकर एक या दो रात ठहर सके। 
पर्यटक को उस गांव का मौहाल, परिवेश और कला-संस्कृति आदि को निकट देखने का मौका मिले। साथ ही गांव में टूरिस्ट को ठेठ देहाती भोजन का स्वाद भी मिले। उन गांवों में पार्क, पाथ-वे, ओपन जिम, गंगा खेल मैदान आदि का खाका पहले ही तैयार कर लिया गया है। वर्तमान में चल रही इस कवायद के बारे में आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी।


 


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