जानिए कौन हैं गीता गोपीनाथ, जिन्होंने ग्लोबल ग्रोथ के अनुमान में 80% गिरावट के लिए भारत को ठहराया जिम्मेदार
जनसंदेश न्यूज
नईदिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) ने भारतीय अर्थव्यवस्था में बढ़त के अनुमान को घटा दिया है। आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ (Geeta Gopinath) ने ग्लोबल ग्रोथ के अनुमान में 80 फीसदी के गिरावट के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है।
कौन है गीता गोपीनाथ
गीता गोपीनाथ अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष की मुख्य अर्थशास्त्री है। इस पद को संभालने वाली पहली महिला गोपीनाथ 1 जनवरी 2019 को इस पद को संभाला था। 47 साल की गीता गोपीनाथ हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र पढ़ाती रही हैं। उन्होंने आईएएमफ में मौरिस आब्स्टफेल्ड की जगह ली जो 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त हुए थे। वह मुद्राकोष की चीफ इकोनॉमिस्ट और इसके अनुसंधान विभाग की निदेशक बनाई गई हैं। जानी-मानी शिक्षाविद और केरल सरकार की आर्थिक सलाहकार गीता गोपीनाथ आईएमएफ की 11वीं मुख्य अर्थशास्त्री है।
भारतीय मूल की गीता गोपीनाथ का जन्म 8 दिसंबर, 1971 को कोलकाता में हुआ था, लेकिन उनकी प्रारंभकि शिक्षा मैसूर (कर्नाटक) के निर्मला कॉन्वेंट स्कूल से हुई। उनके माता-पिता मूलतरू केरल के कन्नूर में रहते थे। गीता के पति का नाम इकबाल धालीवाल है जो इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएट हैं और 1995 बैच के आईएएस टॉपर हैं। इकबाल आईएएस की नौकरी छोड़ प्रिंसटन पढ़ने चले गए थे। गीता के पति और एक बेटे का परिवार फिलहाल कैम्ब्रिज (यूके) में रहता है।
एक इंटरव्यू में गोपीनाथ ने कहा था कि कोई भी बड़ा अर्थशास्त्री नोटबंदी को जायज नहीं ठहरा सकता। गोपीनाथ ने यह भी कहा था कि सभी नकदी न तो कालाधन होता है और न तो भ्रष्टाचार।