एसडीएम व तहसीलदार के निरंकुश प्रणाली से आक्रोशित हुए अधिवक्ता, कर दी न्यायालय व कार्यालयों की तालाबंदी
जनसंदेश न्यूज़
मछलीशहर/जौनपुर। उपजिलाधिकारी व तहसीलदार की कार्यप्रणाली से आक्रोशित व तहसील में व्याप्त भ्रष्टाचार सहित अन्य मुद्दों को लेकर मंगलवार को अधिवक्ताओं ने तहसील में जुलूस निकालकर नारेबाजी व हंगामा किया। आक्रोशित अधिवक्ताओं ने न्यायालयों, कार्यालयों में तालाबंदी कर दिया। अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष प्रेम बिहारी यादव की अध्यक्षता में बैठक कर अनिश्चित कालीन हड़ताल का निर्णय लिया।
अधिवक्ताओं का आरोप था कि उपजिलाधिकारी अमिताभ यादव, तहसीलदार सन्तोष सोनकर आए दिन अधिवक्ताओं के साथ दुर्व्यवहार करते हैं। अधिकारी निरंकुश हो चुके हैं। जनता की समस्याओं का निराकरण नहीं करते। मुकदमों के फैसले के लिये सभी न्यायालयों में बोली लगती है। तहसील में अधिकारी कर्मचारी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। निष्पक्ष न्याय मिलना असम्भव हो गया है। ऐसी स्थिति में वादकारियों व आम जनता का हित सुरक्षित नहीं हैं।
इस दौरान सर्व सम्मति से प्रस्ताव पारित हुआ कि जब तक उक्त समस्याओं का निराकरण नहीं होता व अधिकारियों का रवैया नहीं सुधरता तब तक अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे। बैठक में दिनेश चंद्र सिन्हा, अशोक श्रीवास्तव, आर.पी.सिंह, प्रेम चंद्र विश्वकर्मा, सुरेश बहादुर सिंह, विकास यादव, इंदू प्रकाश सिंह, सरजू प्रसाद बिन्द, सुरेन्द्र मणि शुक्ला, हरिनायक तिवारी, लक्ष्मी शंकर पाल, संजीव चौधरी, भरत लाल, लालजी यादव, बाबू राम, महेन्द्र मौर्य आदि ने विचार व्यक्त किया। अधिवक्ताओं ने मांगों का पत्रक शासन व जिलाधिकारी को भेजने का निर्णय लिया।