डीएम ने 328 बीघा जमीन को भू माफियाओं के कब्जे से मुक्त कराकर ग्रामसभा में कराया दर्ज


प्रशासन की कार्रवाई से भू माफियाओं में मचा हड़कंप


जिलाधिकारी ने प्रेसवार्ता कर दी मामले की जानकारी

जनसंदेश न्यूज़
मीरजापुर। जिलाधिकारी सुशील कुमार पटेल ने बताया कि मिजार्पुर एवं सोनभद्र में पंजीकृत कृषि समितियों में सम्मिलित भूमि की राजस्व अभिलेखों से मिलान कर शासन द्वारा गठित उच्च स्तरीय जांच समिति की जांच आख्या पर कार्रवाई करते हुए 328 बीघा जमीन को मुक्त कराया गया है।
जिलाधिकारी सुशील पटेल ने बताया कि गोपालपुर सहकारी कृषि समिति लिमिटेड गोपालपुर मड़िहान में मूल रूप से 17 सदस्यों द्वारा 9687 बीघा भूमि पुल्ड की गई थी। जिसमें 212 बीघा भूमि बिना अनुमति के विक्रय करने के कारण राज्य सरकार में निहित होने योग्य पाई गई। जिसे उप जिलाधिकारी मड़िहान द्वारा राज्य सरकार में निहित कर दिया गया। 9047 बीघा सीलिंग घोषित करने योग्य पाई गई। जिसके बाबत मुख्य राजस्व अधिकारी के न्यायालय द्वारा बाद दाखिल कर दिया गया। संयुक्त साधन सहकारी समिति बडोही द्वारा 2062 बीघा जमीन 15 सदस्यों द्वारा पुल्ड की गई थी।
पुल्ड भूमि में सदस्यों की निजी भूमि के साथ ग्राम सभा की भूमि सम्मिलित है। 5 सदस्य बिना सक्षम अधिकारी के 62 बीघा बिस्वा भूमि पर भूमिधर दर्ज हैं। जिसे राज्य सराकर के खाते में कर दिया गया है। चकबंदी अधिकारी हलिया द्वारा पुनः को ग्राम सभा के खाते में दर्ज कर दिया गया है। भूदान सहकारी खेती समिति लिमिटेड विनोवापुरी में मेवड़ी में मूल रूप से 10 सदस्यों द्वारा 191 बीघा जमीन पुल्ड की गई थी। 
आधार वर्ष 1959 फ की खतौनी में सभी ग्राम सभा में दर्ज थी। भूदान में मिली भूमि द्वारा समिति बनाई गई थी। भूदान समिति अब अस्तित्व में नहीं है और इस जमीन को सरकार के खाते में दर्ज कर दिया गया है। 53 बीघा 19 बिस्वा 8 धूर जमीन को पुनः ग्राम सभा में दर्ज किए जाने योग्य पाई गई। 
जिसे उप जिलाधिकारी लालगंज द्वारा 22 जनवरी को ग्राम सभा के खाते में दर्ज कर दिया गया है। संयुक्त सहकारी समिति पटेहरा कला में मूल रूप से 18 सदस्यों में 149 बीघा 8 भूमि पुल्ड की गई थी। 1359 फ खसरे से जानकारी हुई कि समस्यत आराजी ग्राम सभा की भूमि थी। किंतु 1366 व 1369 फ संक्रमणीय भूमि के रूप में दर्ज है। गांव में चकबंदी हो चुकी है। वर्तमान में भूमि उन्हीं सदस्य अथवा उनके वारिशों के नाम दर्ज हैं। ग्राम सभा के 149 बीघे 8 विस्वा भूमि को ग्राम सभा में दर्ज करने योग्य पाई गई। जिसके संबंध में उपजिलाधिकारी मड़िहान द्वारा कार्रवाई की जा रही है। इस प्रकार जनपद में 328 बीघा 5 विस्वा 08 धूर ग्राम सभा के खाते में अंकित कर दी गई है। तथा 9196 बीघा 8 बिस्वा भूमि न्यायिक  प्रक्रिया के अधीन विचाराधीन है।


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