चोरों ने डाकघर के कैश बॉक्स का ताला तोड़कर 3.72 लाख उडाए
उप डाकघर में 25000 से अधिक रखने का नहीं है अधिकार, मामला संदेह के घेरे में
जंसा के हाथी उप डाकघर में पेंशन बांटने को रखा था रुपया
डॉग स्क्वायड और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट ने की सघनता से जांच
जनसंदेश न्यूज़
जंसा। स्थानीय थाना क्षेत्र के हाथी बाजार इलाके में गुरुवार की रात उप डाकघर में धावा बोल कर चोरों ने कैश बॉक्स का ताला तोड़ा और उसमें रखा 3.72 लाख रुपये उड़ा दिया। शुक्रवार की सुबह घटना की जानकारी मिलते ही इलाके में हड़कम्प मच गया। मौके पर एसपीआरए मार्तण्ड प्रकाश सिंह, सीओ सदर अभिषेक पांडेय, डॉग स्क्वायड, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट आदि पहुंचे और घटना की गहनता से जांच-पड़ताल की।
बताया जाता है कि हाथी बाजार में कैलाश सिंह व दिनेश सिंह नामक सगे भाईयों का दो मंजिला मकान है। इसी के दूसरे तल पर सरकारी पोस्ट आफिस वर्षों से चल रहा है। रोज की भांति शुक्रवार की सुबह मकान मालिक दिनेश गलियारा साफ करने गये तो डाकघर के तीनों दरवाजे का ताला टूटा देख सन्न रह गए। उन्होंने इस बात की जानकारी तत्काल उप डाकपाल धीरेन्द्र नाथ मिश्रा को दी।
सूचना मिलते ही उपडाकपाल मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी जंसा पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। इस पर सीओ अभिषेक पांडेय के साथ डॉग स्क्वायड व फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट आदि पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। डॉग स्क्वायड टीम घटनास्थल से पांच सौ मीटर दूरी पर जाकर रूक गई। जांच में पाया गया कि चोर ताला तोड़कर अंदर दाखिल हुए थे, लेकिन कैश बॉक्स को तोड़ने के बजाय चाभी से खोलकर रुपये लेकर चले गये। चाभी चोरों के हाथ कैसे लगी, यह बड़ा सवाल था?
सूचना पर मौके पर पहुंचे सहायक अधीक्षक डाकघर पश्चिम मंडल अजय कुमार मौर्य ने घटना के बाबत अधीनस्थों से जानकारी ली। उन्होंने बताया कि 25 हजार रुपये से अधिक रखने का अधिकार उप डाकघर को नही है। किन परिस्थितियों में तीन लाख बहत्तर हजार एक सौ ग्यारह रुपये रखे गये थे, इसकी छानबीन की जाएगी। जबकि हाथी डाकघर के उप डाकपाल धीरेन्द्र नाथ मिश्रा का कहना है कि पेंशन व कर्मचारियों का वेतन देने के लिए पैसा रखा गया था।
इस सम्बन्ध में एसपीआरए का कहना है कि यह डाकघर के कर्मचारियों की घोर लापरवाही का नतीजा है। डाकघर में सीसीटीवी कैमरा भी नहीं लगा है। इस मामले में कहीं न कही से डाकघर के कर्मचारी संदेह के घेरे में हैं। चोरी की घटना का खुलासा बहुत जल्द ही कर लिया जाएगा। फिलहाल जंसा पुलिस भवन स्वामी और हाथी डाकघर के कर्मचारियों से पूछताछ कर चोरों का पता लगाने में जुटी हुई है।
वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि डाकघर में सीसीटीवी कैमरा व चौकीदार भी नही है। जबकि इसके पूर्व भी चोरी हुयी थी। इसके बाद भी डाक विभाग ने लापरवाही बरती और लाखों की चोरी हो गई। जंसा पुलिस रात में गश्न भी नहीं करती। इसलिए क्षेत्र में चोरी की घटनाएं लगातार हो रही है। घटनास्थल से पांच सौ मीटर की दूरी पर स्थित काली मां मंदिर जुआरियों का अड्डा बना हुआ है।