बनारस पहुंचा कश्मीर में शहीद हुए जवान का पार्थिव शरीर, 15 दिन पहले ही हुई थी बेटी
15 दिन की मासूम बेटी का मुंह भी नहीं देख पाएं शहीद लक्ष्मण
हिमस्ख्लन के दौरान शहीद हुए थे कश्मीर में तैनात राइफल मैन लक्ष्मण
जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। बीते दिनों कश्मीर में हुए हिमस्ख्लन में शहीद हुए राइफल मैन लक्ष्मण बीसी का पार्थिव शरीर रविवार की सुबह 39 जीटीसी परिसर पहुंचा। जहां सेना की पूर्व परंपराओं के अनुसार नेपाली मूल के सैनिकों का अंतिम संस्कार वाराणसी के हरिश्चंद्र घाट पर किया जाता रहा है। इसी कड़ी में रविवार को शहीद लक्ष्मण का भी अंतिम संस्कार परिजनों की मौजूदगी में किया गया। इससे पूर्व सुबह 39 जीटीसी में ब्रिगेडियर हुकुम सिंह बैंसला ने पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी।
बता दें कि 22 वर्षीय लक्ष्मण का निधन 14 जनवरी को कश्मीर के कुपवाडा में हिमस्खलन के दौरान चपेट में आने से हुआ था। लक्ष्मण यूनिट थ्री/9 जीआर में इन दिनों कश्मीर में तैनात थे। लक्ष्मण मूल रूप से नेपाल के सुरखेत के निवासी थे। 22 मार्च 2018 को वह सेना में भर्ती हुए थे। पत्नी पांसरी के अनुसार 15 दिन की बेटी ने पिता का मुंह भी नहीं देखा था।
इस दौरान सेना के अनेक अधिकारी व परिजन मौजूद रहे। वाराणसी में 39 जीटीसी के सैनिकों की वीरता के किस्से काफी चर्चा में रहे हैं। जिला प्रशासन की ओर से एसीएम फोर्थ शुभांगी शुक्ला भी श्रद्धांजलि कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहीं।