आपरेटिव बैंक के सचिव पांच लाख की धोखाधड़ी का मुकदमा


-  कोर्ट के आदेश पर सिगरा थाना पुलिस ने दर्ज किया मामला


-लोन के नाम पर सादे कागजात पर कराया हस्ताक्षर


- सचिव के उपर हस्ताक्षर को ओवर राइट कर वर्ष बढ़ाने का आरोप


जनसंदेश न्यूज


वाराणसी। लोन के नाम पर सादे कागजात पर हस्ताक्षर करा विद्यापीठ रोड पर स्थित मर्केन्टाइल्स कोआपरेटिव बैंक के सचिव ने पांच लाख रुपये की धोखाधड़ी की। कोर्ट के आदेश पर सिगरा थाना पुलिस ने सचिव के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।


मंडुवाडीह थाना क्षेत्र के महेशपुर लहरतारा निवासी संतोष कुमार रस्तोगी के अनुसार वर्ष 2000 में फर्म जयगुरुदेव इंटर प्राइजेज काटन मिल चौकाघाट के लिए उसे लोन की आवश्यकता थी। वह मर्केन्टाइल्स कोआपरेटिव बैंक में गया और बैंक के सचिव प्रवीण कुमार श्रीवास्तव से मिला। उसने फर्म के लिए पांच लाख लोने के लिए निवेदन किया तो सचिव लोन देने के लिए तैयार हो गया। सचिव ने रस्तोगी से संबंधित सभी फार्मों और दो-तीन अन्य सादे कागजात पर हस्ताक्षर करा लिए। इसके बाद लोन देने के लिए प्रापर्टी के रूप में सचिव ने बीमा का बांड व बैंक का एफडी जमा कराया।


सचिव द्वारा बैंक के मार्फत लोन में हेराफेरी की आशंका पर पीड़ित ने पांच जून 2014 और 29 सितंबर 2017 को एक पत्र भारतीय रिजर्व बैंक को लिखा और इसकी सूचना पुलिस के उच्चाधिकारियों को दी। इसके बाद पीड़ित ने लोन स्वीकृति के संबंध में संबंधित फाइल की जांच किया तो पाया कि उक्त सचिव ने जिन सादे कागजात पर हस्ताक्षर कराए थे उसे आधा फाड़कर वर्ष 2000 को ओवरराइट करके 2004 कर दिया। सचिव ने फर्जी एवं कूटरचित कागज अन्य व्यक्तियों के नाम पर तैयार करके फर्जी ड्राफ्ट बनवाकर धोखाधड़ी की। है।


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