आज है इंडियन आर्मी डे, पढ़िएं इस खास दिवस के पीछे का इतिहास
जनसंदेश न्यूज
वाराणसी/नईदिल्ली। सन् 1949 में 15 जनवरी के दिन ही जनरल फ्रांसिस बुचर से फील्ड मार्शल केएम करियप्पा द्वारा भारतीय सेना कमान संभालने वाले दिवस के रूप में सभी भारतवासी हर वर्ष 15 जनवरी को (Indian Army Day) इंडियन आर्मी डे मनाते है। आजादी के पहले सेना के दो चीफ ब्रिटिश हुआ करते थे। करियप्पा भारतीय सेना के पहले कमांडर इन चीफ बने थे।
कौन थें करियप्पा
भारतीय सेना के पहले कमांडर इन चीफ करियाप्पा को भारत-पाक आजादी के वक्त दोनों देशों की सेनाओं के बंटवारे की जिम्मेदारी सौंपी गई थी, जिसे उन्होंने पूरी ईमानदारी से निभाया था। अप्रैल 1986 में उन्हें बेहतरीन सैन्य सेवाओं के लिए पंच-सितारा रैंक फील्ड मार्शल से सम्मानित किया गया। अभी तक पंच-सितारा रैंक भारतीय सेनाओं में करियप्पा, फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ और मार्शल ऑफ इंडियन एयर फोर्स अर्जन सिंह को ही मिलीं हैं।
इस दिवस को भारतीय सेना बड़े उत्साह के साथ मनाती है। इस दिन दिल्ली के परेड ग्राउंड पर आर्मी डे परेड का आयोजन होता है। आर्मी डे के तमाम कार्यक्रमों में से यह सबसे बड़ा आयोजन होता है। जनरल ऑफिसर कमांडिंग, हेडक्वार्टर दिल्ली की अगुवाई में परेड निकाली जाती है। आर्मी चीफ सलामी लेते हुए परेड का निरीक्षण करते हैं। इस वर्ष तीनों सेनाओं के प्रमुखों के अलावा भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत भी परेड में शामिल होंगे।
दिल्ली का परेड ग्राउंड राष्ट्रीय राजधानी के बड़े ग्राउंड्स में से एक है। सम्मान स्वरूप इस ग्राउंड का नाम (Kariyappa) करिप्पा कर दिया गया। हर वर्ष यहां आर्मी डे सेलिब्रेशन के अलावा कई बड़े कार्यक्रम होते हैं। आर्मी डे पर आर्मी चीफ बेहतरीन सेवाओं के लिए जवानों को सम्मानित करते हैं और उनकी हौसलाफजाई करते हैं।