नूरपुर कांड: ब्राम्हण परिवार के नौ सदस्यों पर पुलिसिया अत्याचार, सीएम ने दिया जांच का आदेश, दलबल के साथ गांव पहुंचे डीएम
एमएलसी ने योगी आदित्यनाथ से की शिकायत
नौ ब्राम्हणों पर पुलिस ने किया था जुल्म
जनसंदेश न्यूज़
गाजीपुर। नगसर थाना क्षेत्र स्थित नूरपुर गांव में नौ ब्राम्हणों पर पुलिसिया उत्पीड़न का सीएम कार्यालय ने संज्ञान लिया हैं। पूरे घटनाक्रम की जांच डीएम ओमप्रकाश आर्य को करने का निर्देश दिया है। वहीं, प्रमुख सचिव का आदेश मिलते ही डीएम गांव में घटनाक्रम का जायजा लेने पूरे फोर्स के साथ शनिवार को पहुंच गए।
नगसर थाना स्थित नूरपुर गांव में बीते शुक्रवार को एक ब्राम्हण परिवार के नौ सदस्यों को पुलिस ने बेरहमी से पिटाई कर दी थी। ब्राम्हण परिवार पर पुलिसिया उत्पीड़न को लेकर पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया था। विपक्षी पार्टियों के नेताओ ने इस कार्रवाई की निंदा की थी। वही, योगी सरकार पर तीखे हमले किया था। इसके अलावा सत्ताधारी पार्टी के नेताओं ने भी पुलिस के इस रवैया पर सवाल उठाया था।
नूरपुर कांड इतना चर्चित हो गया कि इसकी जानकारी सीएम कार्यालय तक पहुंच गई। जिसका सीएम योगी आदित्यनाथ ने जांच करने का आदेश दिया। दरअसल, नूरपुर में ब्राम्हणों पर किए गए पुलिसिया अत्याचार को एमएलसी विशाल सिंह चंचल ने गंभीरता से लिया। इस चर्चित कांड को सीएम ऑफिस सम्पर्क कर पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्वयं मामले को संज्ञान में लेकर विशेष गृह सचिव से जांच कराने को कहा। शनिवार को सीएम कार्यालय से डीएम को फोन आया। डीएम ने एमएलसी से वार्ता कर नूरपुर गांव जांच करने पहुंचे। बतादें,
नगसर थाना नूरपुर गांव में बीते रविवार ब्राह्मण परिवार के एक युवक से पुलिस के साथ विवाद हो गया था। इसी दौरान कुछ लोगांे के बीच बचाव में मुख्य आरोपी फरार हो गया। पुलिस ने फरार आरोपी की तलाश को लेकर पूरे गांव में तांडव मचाया। ब्राम्हण परिवार के नौ लोगों को गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज कर दिया। थाने में उनकी जमकर पिटाई कर दी।
परिजनों के अनुसाद परिवार में युवक की बड़ी मां की मौत हो गई थी, उसी कार्यक्रम को लेकर सभी सदस्य यहां जुटे हुए थे। उनके अंतिम संस्कार कार्यक्रम में लगे हुए थे। हालांकि, यह मामला तब सुर्खियों में आया जब पुलिस की पिटाई से इनकी गंभीर हालत में सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने लगा। चारों तरफ सरकार पर लोग निशाना साधने लगे।
विपक्षी नेता योगी सरकार आरोप लगाया कि योगी सरकार में पुलिस अपनी मनमानी करने में लगी है। वहीं, सभी लोग दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग करने लगे। इधर, इस पूरे मामले में डीएम ओमप्रकाश आर्य ने कहा कि शासन के आदेश पर निष्पक्षता से जांच की जाएगी। शासन को रिपोर्ट जल्द भेज दिया जाएगा।