लंका पर गरजे वीडीए के बुल्डोजर, फोर्स तैनात 


संतोष तिवारी ‘बिंदास’



38 अवैध दुकानों को तोड़ने का काम देर रात शुरु 
घंटों चली मैराथन बैठक के बाद रात 12 वीडीए आधिकारियों ने शुरु की कार्रवाई
दुकानदारों ने रोड किया जाम, लेकिन प्रशासन के सामने नहीं चली हेकड़ी 


वाराणसी। लंका क्षेत्र में स्थित कामधेनु अपार्टमेंट के सामने बनी 38 अवैध दुकानों पर देर रात वीडीए के बुल्डोजर जमकर गरजे। अपर सचिव विनोद कुमार सिंह, संयुक्त सचिव परमारंद यादव, सीओ भेलूपुर के नेतृत्व में वीडीए की जेसीबी रात 12 बजे अवैध दुकानों को तोड़ने लगीं। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात रही। कार्रवाई के पूर्व वीडीए अधिकारियों को दुकानदारों का भारी विरोध झेलना पड़ा। लगभग चार घंटे तक वीडीए अधिकारियों और दुकानदारों के बीच चली अधिकारियों और दुकानदारों में चली लंबी मैराथन के बाद आखिरकार टीम ने कार्रवाई शुरु कर दी। 
दुकानदारों के भाई विरोध और  को ध्वस्त करने के लिये विकास प्राधिकरण की टीम रात नौ बजे मौके पर पहुंच गई है। इस दौरान एहतियातन पूरे इलाके की बिजली काट दी। कार्रवाई को लेकर व्यापारी सड़कों पर उतर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते दिखे। वीडीए के लाख समझाने के बाद भी मानने को तैयार नहीं थे। वीडीए आधिकारी कोर्ट के आदेश का हवाला देकर लाख समझाते रहे लेकिन दुकानदार अपने पर अड़े रहे। लेकिन रात 12 बजे अधिकारियों ने अवैध दुकानों को ढहाना शुरु कर दिया। खबर लिये जाने तक आधा दर्जन से ज्यादा दुकानों को जमींदोज कर दिया गया। 
कार्रवाई के पहले दुकानदारों ने किया चक्काजाम 
कार्रवाई के पहले दुकानदारों ने चक्काजाम कर वीडीए वापस जाओ का नारेबाजी शुरू कर दी। बढ़ते हंगामे को देखते हुए सीओ भेलूपुर सुधीर जायसवाल फोर्स  अपने सर्किल के फोर्स के साथ पहुंचे। रास्ता जाम होने के कारण पूरा लंका इलाका जाम की चपेट में आ गया।  
क्या है पूरा मामला 
दरअसल, कामधेनु अपार्टमेंट के सामने बनीं 38 दुकानों को कोर्ट के आदेश के बाद वीडीए ने ध्वस्त करने का निर्णय लिया है। विकास प्राधिकरण का कहना है कि अपार्टमेंट के सेटबैक की जमीन वाले हिस्से में इन दुकानों को बनाया गया है। वीडीए के फैसले को कोर्ट में चुनौती दी गई तो वहां भी बिल्डर के खिलाफ फैसला आया। पहले इस मामले में बिल्डर बनाम कामधेनू सोसाइटी थी। बाद में इस मसले को लेकर दुकानदार इलाहाबाद हाईकोर्ट चले गए। दुकानदारों का कहना है कि अगर दुकान टूटती है तो सैकड़ों परिवारों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट उत्पन्न हो जाएगा। 
वहीं दूसरे ओर दुकानदार बिल्डर से पैसे की भी मांग कर रहे हैं। इस मामले पर सोमवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट की सिंगल बेंच में सुनवाई होनी थी लेकिन बाद में मामले को डिवीजन बेंच के समक्ष भेज दिया गया। 
वीडीए वीसी के निर्देश पर शनिवार और रविवार को दुकानों को कराया गया था खाली
कामधेनू अपार्टमेंट के समक्ष बनी दुकानों को गिराने के लिए वीडीए प्रशासन ने पूरी तैयारी कर रखी थी। वीडीए वीसी राहुल पांडेय ने शनिवार को प्रवर्तन से जुड़े सभी जेई, जोनल अधिकारी, सुपरवाईजर के अलावा यहां तक की सभी पटल सहायकों की ड्यूटी लगाकर दुकानों के अंदर रखे सामानों को खाली कराया। रविवार को भी इस कार्य में जेई व जोनल अधिकारी लगे रहे। सोमवार को संयुक्त सचिव परमानंद यादव के नेतृत्व में करीब एक दर्जन से अधिक अभियंता, सुपरवाईजर लंका में पूरे दिन जमे रहे। मंगलवार की रात अभियान चलाकर सभी अवैध दुकानों को तोड़ा गया। बीमार होने की वहज से मौके पर वीडीए वीसी नहीं पहुंच बावजूद इसके वीडीए की टीम से कार्रवाई को लेकर पल-पल की रिपोर्ट लेते रहे।


 


Popular posts from this blog

'चिंटू जिया' पर लहालोट हुए पूर्वांचल के किसान

लाइनमैन की खुबसूरत बीबी को भगा ले गया जेई, शिकायत के बाद से ही आ रहे है धमकी भरे फोन

नलकूप के नाली पर पीडब्लूडी विभाग ने किया अतिक्रमण, सड़क निर्माण में धांधली की सूचना मिलते ही जांच करने पहुंचे सीडीओ, जमकर लगाई फटकार