चंदौली: यहां इलाज के लिए 40 किमी दूर जाती हैं महिलाएं, नियुक्ति के लिए उठाई आवाज


ग्राम्या संस्थान व हेल्थ फोरम वाच की संयुक्त बैठक सम्पन्न



जनसंदेश न्यूज़ 
नौगढ़/चंदौली। ग्राम्या संस्थान एवं हेल्थ वॉच फोरम के संयुक्त तत्वाधान में गुरुवार को स्थानीय ब्लाक सभागार में हेल्थ वाच फोरम की बैठक की गई। बैठक में स्वास्थ संबंधी सुविधाओं को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान सरकारी अस्पताल में दवाओं की कमी के साथ बाहर की दवाएं लिखे तथा महिला डॉक्टरों ना होने पर भी चिंता व्यक्त किया गया और मांग किया गया कि अस्पताल में महिला डॉक्टर की नियुक्ति की जाए। 
संस्थान की नीतू ने कहा कि अभी भी गांव में ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस में केवल टीकाकरण तक ही सीमित होता है। ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवस के दिन आशा आंगनबाड़ी एवं एएनएम की भागीदारी होनी चाहिए एवं महिलाओं को मातृत्व स्वास्थ्य के बारे में जागरूक करना चाहिए। उन्होंने क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट के बारे में विस्तार से जानकारी दी। 



बताया कि महिला डाक्टर की कमी होने के कारण उन्हें इलाज हेतु चकिया या सोनभद्र रावर्टसगंज 40 किमी दूर जाना पड़ता है। मांग किया कि उत्तर प्रदेश में क्लीनिकल इस्टैब्लिशमेंट एक्ट 2010 को लागू किया जाए। निजी व सरकारी अस्पतालों के दीवार या बोर्ड पर सभी दवाओं व सभी तरह की सेवाओं के रेट को प्रदर्शित किया जाय के साथ ही स्वास्थ्य केन्द्र पर महिला चिकित्सक की नियुक्ति की जाये। 
स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी नौगढ़ ने बताया कि जागरूकता समुदाय में सबसे जरूरी है। बिना जागरूकता के लोगों को अपना हक अधिकार नहीं मिल पाएगा। यदि कहीं आपके साथ अधिकारों का उल्लंघन होता है, तो आप खुलकर उसका विरोध करें। कहा कि नियमित टीकाकरण कराएं, इससे बहुत सारी बीमारियां रुक सकती है। 
बैठक में महिला स्वास्थ्य अधिकार से संगीता, आशा, रेखा, मराछी, सुनीता, डंगरी और गीता, शांति पाल, रेनू जायसवाल, माधुरी, लालबहादुर, रामअशीष, संजय, मदन मोहन, रामबली, त्रिभुवन आदि लोग रहे। 


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