दवा कारोबारियों की बैठक में हंगामा, नारेबाजी और बवाल, जाने क्यों
हंगामा इस कदर बढ़ गया कि पुलिस फोर्स बुलाना पड़ी
हंगामा करने वाले हमारे संगठन से जुड़े नहीं है और जबरन यहां चले आये- सुरेश गुप्ता
जनसंदेश न्यूज
वाराणसी। केमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट फेडरेशन (सीडीएफ) यूपी कार्यकारिणी बैठक में दवा कारोबारियों ने रविवार को जमकर हंगामा किया, बवाल काटा और नारेबाजी की। यह सब उस समय हुआ जब मुख्य अतिथि प्रदेश के राज्यमंत्री डा. नीलकंठ तिवारी बैठक का औपचारिक उद्घाटन कर चले गये। उनके जाते ही कुछ प्रतिनिधियों ने यह कहते हुए हंगामा खड़ा कर दिया कि तमाम सदस्यों को नहीं बुलाया गया है। हंगामा इस कदर बढ़ गया कि पुलिस फोर्स बुलाना पड़ी। कैंट पुलिस हंगामा कर रहे प्रतिनिधियों को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं मानने को तैयार नहीं थे। किसी तरह पुलिस ने उनको समझाया और कहा कि आप लोग अपनी बात को शांत भाव से भी रख सकते हैं। हंगामा करने से यदि काम बन सके तो करते रहिए। इसके बावजूद भी काफी देर तक माहौल गर्म रहा।
सीडीएफ यूपी कार्यकारिणी की बैठक छावनी क्षेत्र स्थित एक होटल में रविवार को दोपहर बाद शुरू हुआ। औपचारिक प्रक्रिया चली। इस बीच मुख्य अतिथि पहुंचे और दीप जलाकर बैठक का औपचारिक उद्घाटन किया। उन्होंने दवा कारोबारियों की समस्याजानी और उसे दूर कराने के लिए केंद्र सरकार तक उनकी बात पहुंचाने का आश्वासन दिया। उनके जाने के बाद भी माहौल एकाएक गर्म हो गया और कुछ सदस्य विभिन्न समस्याओं को लेकर हंगामा करने लगे। आरोप लगाया कि संगठन के विधान को ताक पर रखकर कार्यकारिणी की बैठक बुलायी गयी है। बगैर किसी सूचना और नोटिस के तमाम सदस्यों को संगठन से निकाल दिया गया और उनको नहीं बुलाया गया। वहीं, प्रदेश महामंत्री सुरेश गुप्ता ने कहा कि बैठक नियमानुसार बुलायी गयी है। जिन सदस्यों को निकाला गया है, उन्होंने संगठन के नियमों की अवहेलना की थी। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि हंगामा करने वाले हमारे संगठन से जुड़े नहीं है और जबरन यहां चले आये हैं। विरोधी संगठनों की यह सोची-समझी चाल है।