गाजीपुर में नहीं थम रहा कोरोना का कहर, छह महिलाओं सहित नौ पॉजीटिव



जनसंदेश न्यूज 
गाजीपुर। जनपद में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ता जा रहा है। सोमवार को आई रिपोर्ट में नौ पॉजीटिव मामले सामने आने से खलबली मच गई। जिले में लगातार कोरोना के केस बढ़ते जा रहे है व इन केसों में ज्यादातर वह लोग है जो बाहर दूसरे शहरों से यहां आए है। उनके संपर्क में आने से अन्य लोग कोरोना पॉजीटिव आ रहे है। जिसके कारण जिले में कोरोना महामारी को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है। 
वही लोगों के संपर्क में आने वालों की पहचान की जा रही है। उन्हें जल्द ही क्वारंटाइन करके सैम्पल लिए जाएंगे। नए कोरोना पॉजीटिव मरीजों को मुहम्मदाबाद के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जा रहा। ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण लगातार अपने पैर पसार रहा है। पिछले एक सप्ताह से हर दिन कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन की भी नींदे भी उड़ गई है। 
डिप्टी सीएमओ डॉ स्वतंत्र सिंह ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि सोमवार को आई कोरोना पॉजीटिव रिपोर्ट में नौ मरीज संक्रमित पाए गए हैं। जिसमें छह महिलाएं शामिल हैं। वही बीते 21 जून तक कुल 6933 सैम्पलिंग किया गया है। जिसमें 5598 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। 1028 लोगों की रिपोर्ट पेंडिंग में है। जिले में कुछ संक्रमितों की संख्या 289 पहुंच गई है। हालांकि अब तक 205 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। अब 84 एक्टिव केस बचे हैं। वही दो की मौत हो चुकी है। 
सोमवार को मिले मरीजों में एक मुहम्मदाबाद नगर के जफरपुरा में पाया गया है। यह एक सप्ताह पहले मुंबई से आया। 18 जून को इसकी सैंपलिंग की गई थी। बाद में इसे क्वारंटीन कर दिया गया था। चार मरीज कासिमाबाद ब्लॉक क्षेत्र में मिले हैं। सिधऊत गांव में मिला युवक करीब एक सप्ताह पहले विदेश से आया था। तबीयत बिगड़ने के बाद 18 जून को सैंपलिंग की गई थी। इसे पहले से ही क्वारंटीन किया गया था। इसी प्रकार कादीपुर गांव में एक महिला समेत दो लोग मिले हैं, जो महानगर से आए थे।
कासिमाबाद नगर में ही एक महिला मरीज मिली है। इन सभी की 18 जून को जिला मुख्यालय के रेलवे प्रशिक्षण केंद्र में सैंपलिंग की गई थी, जिसके बाद एक को क्वारंटीन भी कर दिया गया। सैदपुर के अमेहता गांव में एक मरीज मिला है, जो मुंबई से आया था। इसकी भी सैंपलिंग करने के बाद एक स्कूल में क्वारंटीन किया गया था। इस गांव में पहले भी मरीज मिल चुका है। बांराचवर ब्लॉक के अहमट गांव में तीन महिलाएं संक्रमित पाई गई हैं। इस गांव में पहले भी मरीज मिले थे और यह सभी उनके परिवार से जुड़ी हैं।


‘अनलॉक’ होने के बाद कोरोना भी अनलॉक
गाजीपुर। अनलॉक होने के बाद सबसे चौंकाने वाली बात है कि मरीज के संक्रमित होने का सोर्स ढूंढना अब स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती बन गया है। अब तक जो केस मिले हैं, उसमें कई ऐसे हैं जिनके सोर्स अब तक स्वास्थ्य विभाग नहीं ढूंढ पाया है।
सोर्स का पता नहीं चल पाना बड़ी चिंता का विषय है। जिला अनलॉक होने से कौन किसे संक्रमित करके चला जाएगा, यह पता नहीं चल पाएगा। इन सबके बावजूद लोग बेफिक्र हो गए हैं और इसे आजादी समझकर नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। कुछ लोग मास्क व शारीरिक दूरी का पालन कर रहे हैं। लेकिन कई लोग भी इसे भी बोझ मानकर पालन नहीं कर रहे। इससे आशंका यह भी है कि कहीं न कहीं लोग बीमारी को छुपा रहे हैं, क्योंकि जो भी सामने आए हैं, किसी परिवार या सीधे पीड़ित से नहीं जुड़े हैं। स्वास्थ्य विभाग इसको लेकर अध्ययन भी कर रहा है और जानकारी भी जुटा रहा है, लेकिन बीते कई संक्रमित व्यक्तियों के सोर्स को ढूंढ पाना मुश्किल हो रहा है। 
पहले, दूसरे या तीसरे लॉकडाउन की बात करें तो उसमें कोरोना परिवार तक सीमित था और परिवार के लोग संक्रमित हो रहे थे, लेकिन अब अनलॉक होने के बाद कोरोना भी अनलॉक हो गया है। कौन किसे संक्रमित कर रहा है, यह ढूंढना मुश्किल है। डिप्टी सीएमओ का कहना है कि अनलॉक होने से चुनौतियां बढ़ी हैं। संक्रमण का सोर्स ढूंढना मुश्किल हो रहा है। हमारी टीम हिस्ट्री व संपर्क ढूंढ रही है। कई बार लोग जानकारी को लेकर भी सपोर्ट नहीं करते हैं। लोगों को अपनी बीमारी के बारे में छुपाना नहीं चाहिए। इससे उनका नुकसान होगा। उनको व परिवार को खतरा होगा।


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