युवा अवस्था में हुए संत, देश प्रेम के साथ ही जन्मभूमि के प्रति भी है अगाध प्रेम
जनसंदेश न्यूज़
घूरपुर/प्रयागराज। क्षेत्र का एक युवक जो विगत वर्षों में संत हो गया। लेकिन सुजावन देव के प्रति अगाध प्रेम व गांव की माटी के प्रति विकास को लेकर संत हृदय रात दिन सोचता रहता है। युवा संत ने संत का चोला पहनने के बाद भी गांव के विकास व सुजावन देव मंदिर के जीर्णाेद्धार के लिए निरंतर प्रयासरत है। और संत के प्रयास से गांव में कई काम जन प्रतिनिधियों की मदद से कराए जा चुके ।
देवरिया गांव निवासी राजीव गोस्वामी जो जूना अखाड़े में संत बनने के बाद अब राजीव गिरी के नाम से जाने हैं । विगत दो वर्ष पूर्व संत का चोला पहने थे। संत बनने के बाद भी राजीव गिरी का अपने गांव स्थित सुजावन देव मंदिर के प्रति प्रगाढ़ प्रेम हैं। सुजावन देव मंदिर के जीर्णाेद्धार कराने के प्रयास से लेकर गांव के गरीब असहायों के प्रति राजीव का प्रेम निरंतर देखा जाता हैं। राजीव गिरी ने जनप्रतिनिधियों से मिलकर गांव के सैकड़ों असहाय लोगों को शासन द्वारा मिलने वाली पेंशन व गांव की खराब गलियों, नालियों को अपनी मेहनत से ठीक करवाया। संत की गांव की माटी के प्रति प्रेम देख लोग आपस में चर्चा करते हैं।