पदमुक्त किये गये भाजपा के जिला महामंत्री ने अपने ऊपर लगे आरोपों काे बताया बेबुनियाद
जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। शराब तस्करी में पकड़े गये तीन आरोपियों और भाजयुमो जिलाध्यक्ष संजय गुप्ता का इस प्रकरण से नाम जुड़ने के बाद चौबेपुर थाने में पैरवी के लिए भाजपा महामंत्री उमेश दत्त पाठक का नाम पद से हटा दिया गया है। आरोप है कि उन्होंने पुलिस अधिकारियों के ऊपर मंत्री से दबाव बनवाया और संजय गुप्ता के ऊपर प्राथमिकी दर्ज नहीं होने दी।
लेकिन इन सब आरोपों को उमेश दत्त पाठक ने नकारा और कहा कि किसी के पैरवी के लिए नहीं, बल्कि संजय गुप्ता की जब्त गाड़ी के संदर्भ में वहां गया था। इसके पहले सीओ को फोन कर मामले की जानकारी ली थी। बाद में उन्हें वाहन की सच्चाई जानने के लिए एसएसपी साहब ने थाने बुलाया था। ये गलत बात है कि मैं किसी पैरवी के लिए थाने गया था। जिसका कॉल रिकार्ड भी मेरे पास है। थाने पहुंचने पर पता चला कि जिस वाहन के लिए उन्होंने फोन किया था और थाने पहुंचे थे उस वाहन के तार शराब तस्करी से जुड़े है।
उमेश दत्त पाठक ने बताया कि पार्टी पदाधिकारी होने के नाते संजय गुप्ता ने उन्हें फोन कर बताया कि उनका उनके भाई से नहीं पटता। लेकिन इस प्रकरण में उनके वाहन को पुलिस ने जब्त कर लिया। इस मामले में मैने एसओ को फोन किया था। बाद एसएसपी का फोन उनके पास आया कि आप थाने आये तब जाकर बात होगी। थाने पहुंचकर मैंने अधिकारी को इस बात से अवगत कराया कि संजय की गाड़ी का दो महीने पूर्व में पाण्डेयपुर जाते वक्त रविन्द्रपुरी में एक साथ चार गाड़ियां आपस में लड़ गई थी, जिसमें ये गाड़ी भी शामिल थी। जिसमें डैमेज हुआ था। उस वक्त से ही गाड़ी पर नंबर प्लेट नहीं था। यह मेरे संज्ञान में था और यही बात बताने के लिए मैं एसएसपी के बुलावे पर थाने में गया हुआ था।