बच्चों के भविष्य के लिए वित्तविहिन शिक्षक मूल्यांकन में दें अपना योगदान-प्रदेश महामंत्री


वित्तविहीन शिक्षक की हो दुर्घटना बीमा


विभाग में सोशल डिस्टेंस से करें कार्य 

जनसंदेश न्यूज़
ग़ाज़ीपुर। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (वित्तविहीन गुट) प्रदेश महामंत्री एवं संघर्ष मोर्चा अध्यक्ष जियारत हुसैन ने प्रदेश के सभी वित्तविहीन शिक्षक कर्मचारियों से बच्चों के भविष्य को देखते हुए मूल्यांकन करने हेतु आग्रह किया हैं। प्रदेश महामंत्री ने कहा कि मा. शिक्षा परिषद् द्वारा कोरोना महामारी को लेकर स्थगित  मूल्यांकन पुनः प्रारम्भ होने जा रहा है। सभी जनपदों में पूर्व से निर्धारित मूल्यांकन केन्द्रो पर ही होगा। 
जियारत हुसैन ने कहा कि देश में महामारी के चलते पहले ही मूल्यांकन में विलम्ब हो चुका है। ऐसे में बच्चों का एक वर्ष का भविष्य अंधकार मय होने के कगार पर खड़ा है। सरकार के अनैतिक व्यवहार के कारण हम वित्तविहीन शिक्षक कर्मचारियों का जीवन तो बर्बाद हो ही रहा है यदि हमारे बच्चों का भी जीवन खराब होगा तो हमारी भविष्य कि पीढ़ी भी खराब हो जाएगी। 
प्रदेश महामंत्री ने सभी वित्तविहीन शिक्षक कर्मचारी साथियों से आग्रह किया कि बच्चों के भविष्य तथा इस  महान संकट कि घड़ी में हम लोगों को चाहिए कि सरकार व विभाग के आदेश के साथ खड़ा होकर भारत के भविष्य को बचाने के लिए आगे आना होगा। मूल्यांकन में सभी लोग सरकार द्वारा निर्धारित सोशलडिस्टैन्सी व नियमों का पालन करते हुए मूल्यांकन कार्य करेंगें। सरकार एवं  विभाग से भी हम मांग करते हैं कि जैसे पुलिस व डाक्टर सहित अन्य कर्मचारियों को इस महामारी कोरोना में काम करते हुए दुर्घटना बीमा सहित अन्य सुविधाएं देने कि जो व्यवस्था बनाईं गई है उस व्यवस्था के अनुसार हम वित्तविहीन शिक्षक कर्मचारियों को भी लाभ दिया जाए। 
बताया कि उपरोक्त निर्णय में हमारे सभी उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (वित्तविहीन गुट) के पदाधिकारियों का भी दूरसंचार के माध्यम से सहमति ले ली गई है। सभी लोगों ने एक स्वर से बच्चों के भविष्य हेतु मूल्यांकन करने का निर्णय लिया है। जिनमें प्रमुख रूप से सीताराम यादव ,कालिका यादव, रामबदन यादव, रमेश यादव, अजय कुशवाहा, श्यामलाल, बी.के.चौहान, बन्धन यादव, अमरजीत राजभर, कोमल कुशवाहा, वीरबहादुर सिंह, रामजीत राम आदि ने मूल्यांकन करने कि सहमति सहित सभी शिक्षकों से मूल्यांकन करने हेतु हमें आग्रह करने का अधिकार दिया है।


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