सिलेंडर नहीं पर खाते में आने लगा सब्सिडी का पैसा, गृहणियों का माथा ठनका, जांच में गैस एंजेंसी संचालक का काला सच आया सामने
कार्रवाई से बचने के लिए उज्ज्वला लाभार्थियों को बांटना लगा कनेक्शन
जनसंदेश न्यूज़
करछना/प्रयागराज। क्षेत्र के कौवा बरांव स्थित केसरी एच पी गैस एजेंसी में वर्षाे पूर्व प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत मिलने वाले निःशुल्क गैस सिलेंडर और चूल्हा के लिए क्षेत्र के दर्जनो गांवो कीं पात्र हजारों की संख्या गृहिणियों ने आवेदन किया था। महीनों बाद उन्हें यह कहा गया था कि उनके आवेदन अस्वीकार कर दिया गया है। वर्षाे बाद तक पात्र गृहिणियों को नही बताया गया कि आप लोगों के कनेक्शन किसी और को दे दिया गया है।
उन्हें अभी हाल ही में कोरोना महामारी के समय सरकार द्वारा उज्ज्वला योजना के कनेक्शन धारकों को तीन महीने तक फ्री में गैस सिलेंडर मिलेगा। चौकाने वाली बात तब सामने आयी जब बिना कनेक्शन के उनके बैंक खातों सब्सिडी का पैसा आने लगा। तब कुछ जागरूप गृहिणियों मामले को मीडिया के संज्ञान में लाया।
मीडिया में मामले को एजेंसी मालिक के खिलाफ प्रमुखता से खबर प्रकाशित होते ही, आइएएस उप जिलाधिकारी आकांक्षा राना ने तत्काल केसरी एच पी गैस एजेंसी पर औचक निरीक्षण किया और कुछ दस्तावेज तलब कर कारवाई के लिए बड़े अधिकारियों को लेकर लिखा पढी की थी। कार्रवाई से बचने के लिए केसरी एच पी गैस एजेंसी के मालिक ने शिकायत करने वाली दस पात्र गृहिणियों में सात महिलाओं के रोकडी गांव में घर-घर जाकर सिलेन्डर और चूल्हा वितरण किया। इस शिकायत में कुछ राजनैतिक दलों के छुटभैया नेताओं ने राजनैतिक-रोटियां भी सेकीं और कुछ अपनी जेब गरम करने में भी मौके का फायदा उठाने में कोर कसर नहीं छोड़ी, जो क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है ।
वहीं अभी दर्जन से अधिक गांवो कीं पात्र गृहिणियों को इंतजार है कि उनके उज्ज्वला योजना के तहत आवेदनों पर कब कनेक्शन नसीब होगा। सैकड़ों पात्र गृहिणियां उक्त एजेंसी का चक्कर लगा रही हैं। बता दें कि उज्ज्वला योजना के तहत आवेदनों में आसपास की गैस एजेंसियों के मालिकों ने गरीबों को मिलने वाले गैस सिलेंडर और चूल्हा वितरण कनेक्शन धारकों के न देकर चंद रुपयों के लालच में बेंच लिए गये हैं। इसकी अगर किसी सक्षम एजेंसी से जमीनी हकीकत की जाँच कराई जाय तो कई गैस एजेंसी के मालिकों के करोड़ों के भष्ट्राचार का खुलासा हो सकता है और गरीबों को उनके हक मिल सकता है। तथा कईयों को कटघरे में खड़ा होना पड़ सकता है।