महिलाएं बना रहीं मास्क, किट व सेनेटाइजर, लॉकडाउन में मिला रोजगार


एनआरएलएम की सदस्यों को लॉक डाउन में मिला है रोजगार


विभिन्न विकास खंडों समेत महकमों को की जा रही है आपूर्ति

जनसंदेश न्यूज
वाराणसी। नोवल कोरोना वायरस महामारी के कारण चल रहे लॉक डाउन के बीच बाजार में मास्क और पीपीई किट की कमी को देखते हुए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) से जुड़ी स्वरोजगार समूहों की महिलाओं ने सरानहीय पहल की है। जनपद के विभिन्न गांवों में संचालित इन समूहों की महिलाएं उल्लेखनीय भूमिका निभा रही हैं।
इसी क्रम में काशी विद्यापीठ विकास खंड के जफराबाद स्थित स्वरोजगार समूह की महिलाएं भी मास्क और पीपीई किट तैयार कर जिला प्रशासन को उपलब्ध करा रही हैं। इस कार्य के एवज में उन्हें आर्थिक लाभ भी हो रहा है। इन स्वरोजगार समूहों ने अब तक 90 हजार से अधिक मास्क एवं 800 पीपीई किट की आपूर्ति की है। यह मास्क स्वास्थ्य विभाग, डाक विभाग, विकास भवन, विभिन्न ग्राम पंचायतों में ग्राम प्रधानों, मनरेगा श्रमिकों आदि को मुहैया कराया जा रहा है। इन महिलाओं द्वारा तैयार प्रत्येक मास्क का मूल्य 13.60 रुपये है।
दूसरी ओर, आजीविका ग्रामीण एक्सप्रेस योजना के तहत समूह की महिलाओं को वाहन उपलब्ध कराये गए हैं। इन वाहनों से डोर टू डोर राशन सामग्री, सब्जी और टिफिन आदि पहुंचाया जा रहा है। इन महिलाओं ने अब सेनेटाइजर बनाने का कार्य भी आरंभ किया है। यह सेनेटाइजर आराजी लाइन, पिंडरा एवं बड़ागांव विकास खंडों में स्थापित कोरनटाइन सेंटर पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।


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