दबंग ठेकेदारों के मंसूबे पर फिरा पानी, अधीक्षण अभियंता ने सभी टेंडर को निरस्त करने का दिया आदेश
जनसंदेश न्यूज़
गाजीपुर। लाकडाउन के दौरान पीडब्ल्यूडी द्वारा बीते 25 मार्च को जिले में सड़क निर्माण के लिए निकाले गए टेंडर निरस्त होंगे। अधीक्षण अभियंता ने कहा कि ऑफिस खुलने पर ऐसे सभी टेंडरों की समीक्षा होगी। जो लाकडाउन के दौरान खोले गए हैं। मालूम हो कि लाकडाउन में निकाले गए टेंडर विवादों में आ गया है। टेंडर 25 मार्च को जारी हुआ था और नौ अप्रैल इसकी अंतिम तिथि थी। तथा 13 अप्रैल को खोली गई।
इस बीच कोरोना इफेक्ट के चलते देशभर में आवश्यक सेवाओं से जुड़े कार्यालय छोड़कर सभी ऑफिस बंद करा दिए गए हैं, लेकिन विभागीय अफसरों ने टेंडर की डेट आगे नहीं बढ़ाई। इस कार्य के लिए पूरे ठेकेदारों से आवेदन आमंत्रित किए गए थे। लेकिन लॉक डाउन के चलते ये लोग कागज सबमिट करने नहीं पहुंच सके और इस प्रक्रिया से बाहर हो गए। लेकिन पहले से तैयार अधिकारियों की मिलीभगत से चहेते ठेकेदारों ने आवेदन कर कागजी कार्रवाई पूरी कर लिया। जनसंदेश टाइम्स ने इस संबंध में विभाग के अफसरों से बात की तो उन्होंने कहा कि शासन के निर्देश पर यह सभी कार्रवाई की गई हैं।
दरअसल शासन के नियमों के अनुसार टेंडर ऑनलाइन डाला जाता है लेकिन इसमें डिपॉजिट करने वाली अर्नेस्ट मनी, शपथ पत्र व कागजों की एक हार्ड कॉपी संबंधित ऑफिस में जमा कराई जाती है। शपथ पत्र बनवाने के लिए नोटरी करानी होती है लेकिन लॉकडाउन के चलते सभी दुकानें व ऑफिस बंद है। जिसके कारण दस्तावेज तैयार नहीं हो सकते और सीमाएं सील होेने के कारण ठेकेदार कहीं भी नहीं जा सकते। ऐसे में अधिकतर ठेकेदार इस निविदा मे आवेदन से वंचित हो गए। साथ ही ठेकेदारों ने आरोप लगाया कि टेंडर लॉकडाउन की अवधि में कैसे खोला जाएगा।
हालांकि ठेकेदारों की बात पर गौर किया जाय तो टेंडर आवेदन के बाद काफी कागजो की आवश्यकता होती है। लेकिन पहले जनता कर्फ्यू लगा उसके बाद पूरी तरह से 21 दिन के लिए लॉकडाउन हो गया। कहीं पर कागज तैयार नहीं हो रहे। सीमाएं सील हैं, हम भी सरकार के फैसले का स्वागत कर रहे हैं। लेकिन विभाग मनचाहा ठेकेदारों को कार्य देना चाह रहे हैं।
इस संबंध में अधीक्षण अभियंता सुरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि जहां तक लॉकडाउन की बात है, उससे ठेकेदारों के कागजों के बनने में कोई दिक्कत नहीं है। कई लोगों ने टेंडर भरे हैं, उन्होंने भी तो अपने कागज तैयार कराए होंगे। लेकिन यदि लाकडाउन में टेंडर निकला हैं तो ऑफिस खुलने के बाद समीक्षा कर ऐसे सभी टेंडरों को निरस्त कर पुनरू नए सिरे से निविदा आमंत्रित की जाएगी। गौरतलब है कि जिले में ऐसे कुछ ठेकेदार हैं जिनके लिए कोई नियम कानून नहीं हैं वह धनबल के बूते कार्य हथियाने में लगे हैं।