......तो इस वजह से बनारस के कारोबारी ने उठा लिया ऐसा कदम कि दहल गया पूरा शहर, इस वजह से था परेशान 


बच्चों-पत्नी की ली जान लेने के बाद पंखा कारोबारी ने की खुदकुशी 


व्यापार में घाटे और बकाए से परेशान पंखा कारोबारी ने उठाया कठोर कदम


वाराणसी के मुकीमगंज में ह्दयविदारक घटना से मचा हड़कम्प


एक कमरे में बच्चों का और दूसरे कमरे पत्नी का पड़ा मिला शव

जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। वाराणसी के आदमपुर थाना क्षेत्र के नचनी कुंआ (मुकीमगंज) में शुक्रवार को दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां के रहने वाले पंखा कारोबारी चेतन तुलस्यान (43) ने ऐसा कठोर कदम उठाया कि समूचा मोहल्ला ही नहीं काशी भी स्तब्ध रह गई। अपने व्यापार में घाटे और बकाए से परेशान पंखा कारोबारी इस कदर टूट गया था कि उसने पहले बीवी रितु उर्फ पिंकी (42) और बेटे हर्ष (20), बेटी हिमांशी (18) की हत्या कर दी और बाद में खुद आत्महत्या कर ली। 
एक कमरे में बेड पर बच्चों का शव और दूसरे कमरे में बेड पर पत्नी व बगल में फांसी पर लटका पंखा कारोबारी का शव मिला। खौफनाक कदम उठाने वाले पंखा कारोबारी ने शुक्रवार की सुबह करीब 5.35 बजे 112 नंबर पर फोन करके पुलिस को बताया कि वह परिवार सहित जान देने जा रहा है। जब तक पुलिस पहुंची, चारों की इहलीला समाप्त हो चुकी थी। पुलिस ने चारों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। सूचना मिलने पर एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। मौके से पुलिस को सुसाइट नोट भी मिला है। पुलिस घटना के अन्य कारणों की पड़ताल कर रही है।



तो इस वजह से उठा लिया था खौफनाक कदम
वाराणसी शहर के आदमपुरा थाना क्षेत्र के नचनीकुंआ (मुकीमगंज) में चेतन तुलस्यान परिवार के साथ रहते थे। दो मंजिले मकान के भूतल पर पिता रविंद्र नाथ तुलस्यान, माता विमला देवी और प्रथम तल पर पत्नी रितु उर्फ पिंकी, बेटा हर्ष और बेटी हिमांशी के साथ खुद रहते थे। चेतन का एक भाई आनंद तुलस्यान महमूरगंज क्षेत्र में और एक भाई परमानंद तुलस्यान दिल्ली में रहते हैं। चेतन और उनके माता-पिता के बीच कोई खास सरोकार नहीं था। ‘तुलसी’ ब्रांड काले पंखे के असेंबल करने का काम करने वाले चेतन को पांच हजार रुपये प्रतिमाह कारोबार से और 13 हजार रुपये प्रतिमाह बुलानाला स्थित दुकान से किराया मिलता था। माना जा रहा है कारोबारी आर्थिक तंगी से परेशान था। इसलिए उसने ऐसा खौफनाक कदम उठा लिया।




पति और पत्नी के हाथ थे बंधे, मामला संदिग्ध
चेतन के कॉल करने के बाद पुलिस उनका घर खोजते हुए पहुंची और दरवाजा खटखटाया तो पिता रविंद्र नाथ बाहर निकल कर आए। पुलिस ने उनको चेतन को बुलाने को कहा। वह ऊपर गए तो दरवाजा नहीं खुला। पुलिस ने ऊपर जाकर दरवाजा खोला तो एक कमरे में चेतन के बेटे-बेटी बिस्तर पर मृत पड़े हुए थे। वहीं, दूसरे कमरे में रितु नीचे जमीन पर लेटी थी और चेतन फंदे से लटके हुए थे। चारों के पास नींद की होमियोपैथिक दवा पड़ी हुई थी। दंपती और दोनों बच्चों की मौत की खबर पाते ही मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई। 



देखने से मामला संदिग्ध लग रहा था। जिस कमरे में पत्नी फर्श पर मृत पड़ी थी और हाथ बंधा था। पति फंदे से झूलता रहा और उसका भी हाथ बंधा था। केतन की शादी गोरखपुर के इस्माइलपुर की रितु के साथ 1999 में हुई थी। दोनों बच्चे प्राइवेट इंटर की पढ़ाई प्रह्लाद घाट-नया महादेव स्थित बाल विश्वविद्यालय स्कूल से कर रहे थे। घटनास्थल का आला अधिकारियों ने मुआयना किया। उनके साथ फोरेंसक विभाग की टीम ने भी जांच-पड़ताल की।


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