सोनभद्र में निकले सोने का लालच देकर व्यापारी से ठग लिए 11 लाख, कुछ तरह बनाया था निशाना, चढ़े हत्थे


सैदपुर में बीते दिन व्यवसाई नवीन बरनवाल से हुई थी ठगी


पुलिस ने दंपत्ति सहित तीन को पकड़ा,एक की तलाश


ठगों ने लखनऊ में ठगी के रकम से बनाया है आशियाना

जनसंदेश न्यूज 
सैदपुर/गाजीपुर। नगर के कपड़ा व्यवसायी नवीन बरनवाल को नकली सोना देकर 11 लाख रूपयों की ठगी करने वाले शातिर ठग दंपति समेत पुलिस ने तीन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं दंपति के सास की तलाश जारी है। 
बीते दिनों नगर के कपड़ा व्यवसायी नवीन बरनवाल के दुकान पर दो युवक पहुंचे थे और उन्हें सोने के नकली सिक्के दिखाकर कहा कि वो मजदूर हैं और उन्हें सोनभद्र में खुदाई के दौरान बहुत से सोने के सिक्के मिले हैं। लेकिन नवीन ने उन्हें वापस कर दिया। इसके कुछ दिनों बाद 20 फरवरी को वो फिर से आए और अबकी बार उनके साथ एक महिला भी आई। वो भरोसा जमाने के लिए वहीं के एक सराफे की दुकान के नाम पर नकली विजिटिंग कार्ड भी छपवाकर लाए थे।
उन्होंने कार्ड देते हुए ईस्ट इंडिया कंपनी लिखे हुए सोने के दो सिक्के भी उन्हें दिए, जिसे जांच कराने पर वो असली निकले तो उन्होंने बताया कि उनके पास पांच किलो के सोने के सिक्के हैं। जिसके बाद वो दुकान स्वामी को नकली सिक्के देकर उनसे 11 लाख रूपए लेकर फरार हो गए। इस बीच नवीन के पिता को शक हुआ तो उन्होंने उन्हें रोकना चाहा लेकिन तब तक वो फरार हो चुके थे। जिसके बाद उसने पुलिस को सूचना दी। 
कोतवाल श्यामजी यादव ने इस मामले में उनके नंबरों को सर्विलांस पर लगाया लेकिन उन्होंने वो सिम फर्जी आईडी पर लिए थे। सीसीटीवी से मिले फुटेज के आधार पर उनकी तलाश शुरू की। इस बीच शुक्रवार की सुबह उन्हें सूचना मिली कि घटना में शामिल लोग औड़िहार से कहीं भागने के लिए स्टेशन जा रहे हैं। उन्होंने दबिश देते हुए महिला समेत तीन ठगों को गैबीपुर रेलवे क्रासिंग के पास से धर दबोचा और उन्हें थाने लाए। 
पूछताछ में उन्होंने अपना नाम चित्रकूट के करबी स्थित शिवरामपुर निवासी गुलशन सिंह उर्फ गणेश उर्फ कृष्णा पुत्र गंगाराम, उसकी पत्नी लखनऊ के आशियाना स्थित शारदा नगर निवासिनी राधा राय व इटावा के अजीत नगरफ्रेंड्स कालोनी निवासी मोहन शर्मा पुत्र बाबूलाल बताया। कुबूल करते हुए बताया कि उन्होंने ही ठगी की है और इसमें राधा की मां व गुलशन की सास देवी राय पत्नी नारायण भी शामिल है और वो फरार है। 
तलाशी में उनके पास से ठगे गए रूपयों में 2 लाख 11 रूपए समेत 3 मोबाइल, 4 सिम व 11 नकली सिक्के भी बरामद हुए। बताया कि बाकी के रूपए उसकी सास के पास है। बताया कि वो नाम बदलकर ठगी करते थे और फरार हो जाते थे। जांच में पता चला कि लखनऊ में उन्होंने आलीशान मकान बनवाया है। जिसके बाद पुलिस तीनों को जेल भेज दिया। टीम में कोतवाल श्यामजी यादव समेत एसआई अभिषेक सिंह, एसआई सुनील दुबे, कां. आशीष यादव व महिला कां. कविता शामिल थे।


 


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