महाशिवरात्रि: अबकी एडवांस टिकट पर ही ‘सुगम दर्शन’, एडवाजरी के लिए शासन को लिखा पत्र


मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने बताया पर्व के दिन एक हजार भक्तों के सुगम दर्शन का लक्ष्य


अत्यधिक वीवीआईपी आगमन की संभावना देखते हुए एडवाइजरी के लिए शासन को लिखा


‘बाबा’ के दरबार में आने वाले श्रद्धालु किसी भी हाल में अपने संग न लाएं प्रतिबंधित सामग्री


इस बार मंदिर के बाहर लगने वाली कतारों के खड़े भक्तों की सामग्री को लेकर रहेगी सजगता

जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। महाशिवरात्रि के दिन इस बार भी काशी विश्वनाथ मंदिर में आने वाले भक्तों को झांकी दर्शन का लाभ मिलेगा। श्रद्धालुओं को गर्भगृह के बाहर से ही जलाभिषेक करना होगा। मंदिर प्रशासन की ओर से टिकट के आधार पर कराये जाने वाले ‘सुगम दर्शन’ का अवसर उन्हीं लोगों को प्राप्त होगा। जिन्होंने महाशिवरात्रि की तिथि से पहले ही लगभग एक हजार भक्तों द्वारा ऑनलाइन टिकट बुक कराया होगा। पर्व के दिन सुगम दर्शन के लिए टिकट जारी नहीं होंगे।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने सोमवार को मंडलायुक्त सभागार में पत्रकारों को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बार भी महाशिवरात्रि पर्व पर भक्तों के लिए रेड कार्पेट बिछाया जाएगा। काशी विश्वनाथ मंदिर क्षेत्र में निर्माणाधीन कॉरिडोर को देखते हुए उस दिन श्रद्धालुओं के आवागमन की व्यवस्था में थोड़ा बदलाव होगा। गेट नंबर-4 समेत एक अन्य अस्थायी द्वार ने इंट्री दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि पर्व के दिन अत्यधिक वीवीआईपी आगमन की संभावनाओं को देखते हुए शासन से आग्रह किया गया है कि एक एडवाइजरी जारे करे। ताकि ‘बाबा’ के दरबार में मत्था टेकने के लिए आने वाले आम श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। महाशिवरात्रि के दिन मंदिर क्षेत्र में वाहनों के आवागमन प्रतिबंधित रहेंगे। दिव्यांगजनों और वृद्धों के लिए ई-रिक्शा की निःशुल्क होगी।
श्री अग्रवाल ने बताया कि इस बार मंदिर के बाहर विभिन्न स्थान पर भक्तों की लगने वाली कतार में खड़े श्रद्धालुओं से यह सुनिश्चित कराया जाएगी कि उनके पास ऐसी कोई सामग्री न हो, जो मंदिर के भीतर प्रतिबंधित हैं। कमिश्नर ने श्रद्धालुओं से इस बारे में स्वयं सजग रहने की अपील करते हुए कहा है कि महाशिवरात्रि के दिन भक्त अपने जूते-चप्पल किसी सुरक्षित स्थान पर रखने के बाद ही ‘बाबा’ के दरबार में जाने के लिए कतार में खड़े हों।


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