जब बच्चे को छुड़ाने स्वयं कोतवाली पहुंच गए मंत्री, मचा हड़कंप, पुलिस कर्मियों की लगायी जमकर क्लास



जनसंदेश न्यूज
बलिया। सूबे के मंत्री एक बच्चे को छुड़ाने के लिए स्वयं कोतवाली पहुंच गये। मंत्री के पहुंचते ही महकमे में हड़कंप मच गया। जैसे ही कोतवाल को मंत्री के आगमन की जानकारी हुई, वह भागते हुए अपने चेम्बर में पहुंच गये। मंत्री ने बच्चे को छुड़ाया ही नहीं, बल्कि पुलिस की जमकर क्लास भी लगायी।
जानकारी के अनुसार शनिवार की रात बलिया रेलवे स्टेशन के पास 12 वर्षीय बच्चा ठेला लगाये हुए थे। इसी बीच नशे की हालत में दो लोग पहुंचे और सामान के लेन-देन में कहासुनी हो गई। नशे में धुत लोेगों ने बच्चे को पीट दिया। बच्चे ने शोर मचाया तो आस-पास के दुकानदारों ने नशे में धुत लोगों की पिटाई कर दिया। इधर, बच्चे ने मामले की सूचना 112 नंबर पर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने नशे में धुत लोगों को पकड़ने के साथ ही बच्चे को भी कोतवाली में बैठा दिया। पूरी रात बच्चा परेशान रहा। जैसे ही इसकी जानकारी बादल बरनवाल के पिता अनिल बरनवाल निवासी सतनी सराय को हुई तो वह मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल के पास पहुंच गये। बच्चे के पिता अनिल की बात सुनकर मंत्री स्वयं कोतवाली पहुंच गये। उन्होंने बच्चे को छुड़ाने के साथ ही पुलिस को हिदायत दिया कि बच्चे को सही-सलामत उसके घर पहुंचाये और उसके नुकसान की भरपाई करें। मंत्री के इस कार्य की सतनी सराय के लोग प्रशंसा कर रहे है।
यह कैसी विडम्बना
जिसने दी पुलिस को सूचना, उसको भी पुलिस पकड़ ले गई। बादल ने अपनी सुरक्षा के लिए यूपी 112 का सहारा लिया, लेकिन 112 पुलिस बादल को भी अपने साथ लेकर चली गई। यही वजह है कि लोग पुलिस को सूचना देने में परहेज करते है। पुलिस को सूचना देने वालो का सम्मान करना चाहिए, किन्तु पुलिस उनको भी अपमानित करने का काम करती है। इस तरह के कार्य आये दिन जिले के अधिकतर थानों एवं पुलिस चौकियों पर सुनने को मिलता है।


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