अबकी होगी डिजिटल जनगणना, शासन ने तैयार किया खाका, जनसंख्या व एनपीआर सर्वे 16 मई से


16 मार्च से उदय प्रताप कॉलेज के आरएसएमटी में देंगे ट्रेनिंग


पोर्टल से सीधे जुड़ा रहेगा मोबाइल एप, मौके पर होगी फीडिंग


प्रगणकों और सुपरवाइजरों के लिए उत्साहजनक रहेगा मानदेय


2011 की जनगणना में जनपद की आबादी है लगभग 37 लाख

जनसंदेश न्यूज
वाराणसी। जनपद में की आबादी की गणना और राष्टकृीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के तहत भवनों को सूचिबद्ध करने का कार्य आगामी 16 मई से शुरु होगा। 30 जून तक चलने वाले इस अभियान की तैयारियां शुरु हो चुकी हैं। यह मुहिम मैन्युअल के अलावा पहली बार डिजिटल काउंटिंग होगी। डोर टू डोर पहुंचने वाले गणनाकर्मी निर्धारित वेबसाइट से जुड़े मोबाइल एप पर सीधे ब्योरा दर्ज करेंगे। इन प्रगणकों की निगरानी के लिए सुपरवाइजर जाएंगे ताकि गणना में किसी प्रकार की खामी न रह जाय।
सन 2011 में हुई जनगणना के मुताबिक वाराणसी जिले की कुल आबादी करीब 37 लाख है। अब मई में शुरु हो रही जनगणना 2021 के लिए होगी। इसके लिए पोर्टल पर सेंसस मॉनिटरिंग एंड मैनेजमेंट सिस्टम (सीएमएमएस) पर तय प्रारूप के अनुसार विवरण दर्ज किया जाएगा। साथ ही इलाकेवार घर-घर जाकर आंकड़े लेने वाले प्रगणक एक मोबाइल एप पर विवरण अंकित करेंगे। अभियान में उन ग्राम पंचायतों या गांवों को शामिल नगर निगम क्षेत्र के दायरे में रखते हुए काउंटिंग होगी जिन्हें नगर निगम की सीमा में शामिल करने की अधिसूचना जारी हो चुकी है। उनमें 79 गांव तहसील सदर क्षेत्र की और एक गांव तहसील पिंडरा इलाके का है।
स्थानीय स्तर पर जनगणना और एनपीआर की तैयारी के लिए गत दिनों उत्तर प्रदेश के जनगणना निदेशक नरेंद्र शंकर पांडेय ने दौरा कर चल रही तैयारियों कके बारे में आला अफसरों संग बैठक कर जानकारी ली। डोर टू डोर जाकर काउंटिंग करने वाले प्रगणकों की ट्रेनिंग के लिए यूपी कॉलेज परिसर स्थित आरएसएमटी प्रांगण का चयन किया गया है। वहां आगामी 16 मार्च से प्रशिक्षण आरंभ होने की संभावना है। उन्हें ट्रेनिंग देने वाले चार मास्टर ट्रेनरों को गत दिनों लखनऊ में प्रशिक्षित किया जा चुका है।
एडीएम वित्त एवं राजस्व सतीश पाल ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बार जनगणना और एनपीआर कार्य में लगाये जाने वाले अफसरों और कर्मचारियों को अतिरिक्त रूप से उत्साहजनक मानदेय जारी होगी। मैन्युअल यानी काजगों पर आंकड़े दर्ज करने वाले और मोबाइल एप पर ब्योरा अंकित करने वाले प्रत्येक प्रगणक व सुपरवाइजर के लिए अलग-अलग मानदेय निर्धारित किये गये हैं। जिसके अंतर्गत मकान सूचिबद्ध करने व मकान की गिनती मैन्युअल करने वाले को 55 सौ रुपये और एप पर डाटा एकत्र करने वाले को 75 सौ रुपये मानदेय के तौर पर दिये जाएंगे।
इसीप्रकार एनपीआर मैन्युअल बनाने वाले को तीन हजार 750 रुपये तथा एप पर आंकड़े दर्ज करने वाले को छह हजार 250 रुपये मानदेय के रूप में मिलेंगे। वहीं, जनसंख्या की गणना (पीई) मैन्युअल करने वाले प्रगणक को आठ हजार 250 रुपये तथा एप पर डाटा लेने वाले को 11 हजार 250 रुपये उपलब्ध कराए जाएंगे। यह सभी कार्य एकसाथ मैन्युअल पर करने वाले को एकमुश्त 17 हजार 500 तथा एप पर आंकड़े दर्ज करने वाले को एकमुश्त 25 हजार रुपये मानदेय के रूप में दिये जाएंगे।
जिले की वर्तमान आबादी
- राजातालाब (ग्रामीण क्षेत्र) 582836
- तहसील सदर (ग्रामीण क्षेत्र) 1183106
- तहसील पिंडरा (ग्रामीण क्षेत्र) 627298
- नगर निगम क्षेत्र 1198491
- कैंटोमेंट बोर्ड क्षेत्र 14119
- गंगापुर नगर पंचायत क्षेत्र 7561
- मंडुवाडीह रेलवे (आईटीएस) 14298
- रामनगर नगर पालिका क्षेत्र 49132
जनपद की कुल जनसंख्या 3676841
(जैसा एडीएम वित्त एवं राजस्व सतीश पाल ने बताया)


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